नागपुर : विधानपरिषद में शुक्रवार को फिर एक बार नोटबंदी का मुद्दा गरमाया। नेता प्रतिपक्ष के साथ काँग्रेस के भाई जगताप और अन्य सदस्यो ने फिर एक बार स्थगन प्रस्ताव लाकर नोटबंदी की वजह से हुई मौतो पर चर्चा की माँग की। प्रस्ताव पर अपना निवेदन रखते हुए भाई जगताप ने कहाँ की नोटबंदी की वजह से कई लोगो को अपनी जानगवानी पड़ी है। न खाऊंगा न खाने दूँगा कहने वाले मोदी खुद खा रहे है जबकि अन्य लाचार है।
जगताप की इस टिपण्णी से विपक्ष भड़क गया और सदन में हंगामे की स्थिति बन गयी। सभापति रामराजे निम्बालकर ने हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। हाँथो में तख्ती लेकर विपक्षी सदस्य चर्चा की माँग को लेकर व्हेल तक में उतर गए लेकिन उनकी माँग स्वीकार नहीं की गई।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विरोधी दल ने विधान भवन परिसर में सरकार के विरोधी नारेबाजी की। कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने नोटबंदी पर स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा करने से रोके जाने को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सदस्यो ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी की साथ ही राहुल गांधी के जयकारे लगाए।
विधानपरिषद में काँग्रेस दल के नेता शरद रणपिसे ने कहा कि उन्होंने सदन में मुख्यमंत्री द्वारा महाराष्ट्र को कैशलेस करने की बात कही थी। नोटबंदी के बाद से किसानों को काफी समस्याएं हो रही हैं। रबी की फसल को सही भाग और खरिदार नहीं मिल रहे हैं। इससे समस्याएं गहरा रही हैं। करोड़ों रुपए कैश मुंबई में मिले जो परली बैजनाथ के बैंक के हैं। ये नोट किस सांसद के हैं इसका खुलासा मांगा।