नागपुर: शुक्रवार दोपहर के अजीबोगरीब घटना हुई जिसमें नाकाबंदी कर रहे यातायात विभाग के सिपाही को ही कार चालक ने अगवा कर लिया। हालांकि अगवा किया गया पुलिस कर्मचारी अपने सहकर्मी की सहायता से बच निकलने में कामयाब रहा। लेकिन इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे को हिला के रख दिया है। कार चालक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच जारी है।
दरअसल यह घटना कामठी रोड स्थित ऑटोमोटिव चौक में इंदोरा यातायात विभाग शाखा की नाकाबंदी के दौरान की है। पुलिस दल नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रहे थे। साथ ही कारों के शीशों में चढ़ी काली फिल्मों पर भी कार्रवाई कर रहे थे। इसी दौरान कामठी निवासी इम्तियाज अब्दुल ताज(47) नागपुर की दिशा से कामठी की ओर अपनी इन्नोवा कार (क्रमांक एमएच 40-ए-9927) से नाकाबंदी स्थल पर पहुंचा। कार की ग्लास रंगी हुई थी। पुलिस ने इम्तियाज से कार के पेपर मांगे। इम्तियाज ने पुलिस कर्मचारियों को बताया कि वह गाड़ियों की खरीद बिक्री का काम करता है पेपर ऑफिस में रखा हुआ है। इस पर पुलिस ने उसकी कार इंदोरा ट्राफिक ऑफिस में जमा कर जरूरी कागजात पेश कर वाहन ले जाने की बात कही।
इस दौरान ट्राफिक कांस्टेबल जगदीश मंडपे कार में बैठकर इम्तियाज को इंदोरा ट्राफिक ऑफिस की ओर चलने के लिए कहने लगे। पर इम्तियाज ने कहे अनुसार गाड़ी स्टार्ट की और तेज रफ्तार से गाड़ी को सीधे कलमना रोड की ओर लेकर भागने लगा। बिना रुकाए इम्तियाज कार लकड़गंज ले गया। इस पर कांस्टेबल मंडपे ने अपने अगवा किए जाने की सूचना कंट्रोल रूम को दी।
इस पर पुलिस दल की एक टीम ने बड़ी ही चालाकी से इम्तियाज की कार का पीछा कर उसे लकड़ापुल के पास रुकाया और उसे पकड़ लिया। मंडपे से पूछे जाने पर कि उसने इस घटना का विरोध क्यों नहीं किया तो उसने बताया कि इम्तियाज ने कार में हैंड ब्रेक को एक्टिवेट कर रखा था जिससे कार पलटने की संभावना थी। बाद में मंडपे की शिकायत पर यशोधरा नगर पुलिस ने आरोपी इम्तियाज के खिलाफ धारा 363, 353 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया।