नागपुर: शहर का सबसे ऊंचा झंडा एमईसीएल कार्यालय परिसर में लगाया गया है। विशेष यह कि यह विशेष अनुमतियों के तहत रात में भी पूरे शबाब के साथ लहराता रहता है। 24 घंटे यह तिरंगा फहराए रखनेवाला एमईसीएल कार्यालय मध्य भारत में प्रथम माना जा रहा है। गंणतंत्र दिवस के दिन 100 फीट ऊंचे खंभे पर 30 बाई 20 फीट लंबे तिरंगे झंडे को फहराया गया। रात में विशेष हाईमास्ट लैंपो का फोकस से तिरंगा झंडे झंडा जगमगा उठता है। पश्चिमी देशों में रात को भी झंडा विशेष रोशनाई के बीच लहराता है। ह
मारे देश में इसका अधिकार मिलना चाहिए। सांसद नवीन जिंदल ने भी इस तरह की इजाजत देने की मांग की थी जिसके बाद विशेष इंतेजामों के तहत रात में भी झंडा फहराने की अनुमति हासिल होती है। एमईसीएल के जनसंपर्क प्रमुख आशु माथुर ने बताया कि इस झंडे को दो दिनों के भीतर साकार किया गया है। यह झंडा चौबीसों घंटे आसमान में लहराता रहेगा। इस तरह के उपक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग को विशेष इंतेजाम करने पड़े हैं। जिसमें बैकअप के तौर पर इसी आकार के दो तिरंगे झंडों को रखा गया है।
इतने बड़े आकार के झंडों को 100 फीस ऊपर चढ़ाने में महुत मशक्कत होती है लिहाजा इसके लिए इलेक्ट्रिक मोटर लगाई गई है। मोटर शुरू करते ही झंडा उतारा चढ़ाया जा सकता है। नई दिल्ली के कनाट सर्कस में लगे विशालकाय झंडे की तर्ज पर अब नागपुर में भी राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को रात में फहराने की रीत शुरू हो चुकी है। जल्द ही कस्तूर चंद पार्क में भी इसी तरह का झंडा लगाने की तैयारी की जा रही है।