नागपुर: उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव चरण दर चरण दकियानूसी जो रंग दिखा रहा है, उसके भारतीय राजनीति में दूरगामी परिणाम तय दिखाई दे रहे हैं। कूपमंडूकता का ताजा उदाहरण देवरिया से आया है। वहां से भारतीय जनता पार्टी की नेत्री स्वाति सिंह ने उस जगह को पूजा-पाठ से शुद्ध कराया है, जहाँ 1 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली होनी है। पूजा-पाठ इसलिए कि गत 25 फरवरी को उसी स्थल पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती की रैली हुई थी। हालाँकि स्वाति सिंह लखनऊ के सरोजिनी नगर से भाजपा की उम्मीदवार हैं, लेकिन देवरिया जाकर पूजा-पाठ का औचित्य सिर्फ इतना कि स्वाति सिंह के पति एवं पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह का ताल्लुक देवरिया से है।
उल्लेखनीय है कि दयाशंकर सिंह ने मायावती द्वारा चुनाव टिकट बांटने की प्रक्रिया पर अत्यंत अशोभनीय टिप्पणी की थी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा बवाल हुआ। इस प्रतिक्रिया के चलते भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दयाशंकर सिंह को पार्टी से बर्खाश्त करने को बाध्य होना पड़ा था।
स्वाति सिंह द्वारा देवरिया के उस स्थल को पूजा पाठ से शुद्ध कराने की हरकत से पार्टी ने पल्ला झाड़ना शुरु कर दिया है, हालाँकि सफाई देते हुए स्वाति सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति में परंपरा रही है कि कोई भी शुभ कार्य करने के पहले उस जगह की शुद्धि की जाती है। क्या मोदी की हर रैली के पहले वह इसी तरह जाकर रैली स्थल की शुद्धि करती हैं? तय है इस सवाल का जवाब उनके पास नहीं है।
रैली स्थल से सटे खेतों की हरी फसल काट दी गयी
1 मार्च को देवरिया की नवीन मंडी में नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित रैली के मद्देनजर रैली स्थल से सटे खेतों की खड़ी हरी फसल भाजपा द्वारा इसलिए कटा दी गयी, क्योंकि मोदी की रैली के लिए जगह को और बड़ा करना है। हालाँकि भाजपा पदाधिकारी दावा कर रहे हैं कि जिन किसानों की खड़ी फसल काटी जा रही है, उन किसानों को फसल का मुआवजा दे दिया गया है।