पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के समर्थक मंगलवार को पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर छापेमारी के खिलाफ आज (17 मई) सड़कों पर उतर आए। कपड़े उतार और हाथों में लाठी लेकर आरजेडी समर्थकों ने बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के खिलाफ पार्टी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उनकी बीजेपी समर्थकों से झड़प भी हुई। 16 मई को दिल्ली-एनसीआर समेत लालू यादव से जुड़े 22 ठिकानों पर कथित बेनामी संपत्ति के मामले में आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। लालू के साथ ही उनके करीबियों के यहां भी छापेमारी की गई थी। इन ठिकानों में उनकी पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता (पीसी गुप्ता) का घर भी शामिल था। उनके अलावा कटियार फैमिली, कोचर फैमिली के यहां भी इनकम टैक्स की छापेमारी हुई थी।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक आरजेडी सुप्रीमो के नाम पर 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति होने का आरोप है। इनकम टैक्स द्वारा छापेमारी की कार्रवाई ऐसे समय पर की गई है, जब बीजेपी ने लालू यादव और उनके बेटों के जमीन सौदे में शामिल होने का आरोप लगाया था। 12 मई को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने केंद्र सरकार से कथित लैंड डील में जांच की मांग की थी।
आयकर विभाग की छापेमारी के बाद लालू यादव ने धमकी दी थी कि अगर हमारी आवाज दबाओगे तो देशभर में करोड़ों लालू पैदा हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी को नए सहयोगी (मीडिया और सीबीआई) मिलने पर मुबारकवाद भी दी है। लालू ने मंगलवार को ताबड़तोड़ पांच ट्वीट किए थे। उन्होंने लिखा था, ‘BJP को नए Alliance partners मुबारक हों। लालू प्रसाद झुकने और डरने वाला नहीं है। जबतक आख़िरी सांस है फासीवादी ताकतों के खिलाफ लड़ता रहूंगा।’
लालू यादव ने दूसरे ट्वीट में लिखा था, “BJP में हिम्मत नहीं कि लालू की आवाज को दबा सके। लालू की आवाज दबाएंगे तो देशभर में करोड़ों लालू खड़े हो जाएंगे। मैं गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं हूं।”अपने तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था, “अरे पढ़े-लिखे अनपढ़ों, ये तो बताओ कौन से 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। BJP समर्थित मीडिया और उसके सहयोगी घटकों (सरकारी तोतों) से लालू नहीं डरता।”
लालू यादव ने एक अन्य ट्वीट में लिखा था, “ज्यादा लार मत टपकाओ। गठबंधन अटूट है। अभी तो समान विचारधारा के और दलों को साथ जोड़ना है। मैं BJP के सरकारी तंत्र और सरकारी सहयोगियों से नहीं डरता।” उन्होंने लिखा था, “RSS-BJP को लालू के नाम से कंपकंपी छूटती है। इनको पता है कि लालू इनके झूठ,लूट और जुमलों के कारोबार को ध्वस्त कर रहा है तो दबाव बनाओ।”