नागपुर: कर्जमुक्ति के फैसले की वजह से नागपुर के करीब 65 हजार किसानो को इसका लाभ मिलेगा और जिले में कुल 565 करोड़ रूपए का किसानो का कर्जा माफ़ होगा। अपने इस फ़ैसले पर सरकार ने आदेश जारी नहीं किया है लेकिन प्राथमिक अंदाज है की इस फैसले की वजह से मुख्यमंत्री के गृह जिले में करीब करीब 565 करोड़ की कर्जमुक्ति संभावित है। हालांकि आदेश जारी होने के बाद इस आंकड़े में बदलाव हो सकता है।
सरकार ने दो हेक्टर ( 5 एकड़ ) की ज़मीन के मालिक किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी की घोषणा की है। जिले में बकाया कर्जदार किसानो की संख्या 65 से ज्यादा होने और 565 करोड़ से अधिक का कर्ज बकाया है, इस फ़ैसले से यह कर्ज माफ़ हो सकता है। वर्ष 2016 -17 में पिछले सीज़न की खेती के लिए किसानो द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए जून तक का समय है। ऐसे में जिन किसानो ने कर्ज लिया होगा वह अब बकायेदार नहीं होंगे। सरकार ने अगर इस किसानों को भी अपनी कर्जमाफी की योजना में जगह दी तो यह अकड़ा 700 करोड़ से ज्यादा तक का पहुँच जायेगा। लीड बैंक के अनुसार पिछले वर्ष विभिन्न राष्ट्रीय बैंकों ने 1 हजार 22 करोड़ के कर्ज का जिले के किसानों को वितरित किये है।
इस वर्ष बीज कर्ज के वितरण के लिए 1167 करोड़ का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है। जिसमे से खरीफ़ सीजन के लिए 831 करोड़ जबकि रबी के लिए 306 करोड़ रूपए का वितरण किया जायेगा। 15 मई तक 158 करोड़ रूपए का वितरण किया जा चुका है जिसमे से 27 करोड़ रूपए का कर्ज बैंको ने दिया है।