नागपुर: राम मंदिर के मुद्दे पर जनता अब अधीर हो रही है, सरकार को इस बात का विचार करना चाहिए। बीजेपी ने सत्ता हासिल होने पर दो साल में जनता को राम मंदिर बनाकर देने का वादा किया था लेकिन अब तीन वर्ष होने को आये इस पर सरकार का कोई प्रतिनिधि बोलने को तैयार नहीं। राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी को उसका वादा याद दिलाते हुए वरिष्ठ संग विचारक के एन गोविंदाचार्य ने सरकार को जनता की प्रतिक्रिया से अवगत कराते हुआ जवाब माँगा।
नागपुर में अपने संघटन द्वारा शुरू किये गए आंदोलन में भाग लेने पहुँचे गोविंदाचार्य ने कहाँ जनता अब राम मंदिर को लेकर अधीर हो चुकी है। जनता अब राम मंदिर निर्माण को लेकर सार्वजनिक चर्चा कर सरकार से जवाब माँग रही है इसलिए सरकार और इस आंदोलन से जुड़े संघ के संगठन विश्व हिंदू परिषद को गंभीरता से विचार करना होगा। सरकार को जनादेश राम मंदिर के लिए ही मिला है उसका सम्मान होना चाहिए ।
गोविंदाचार्य ने राम मंदिर निर्माण के मसले के निपटारे के लिए तीन तरीको का सुझाव भी दिया। उनके अनुसार संवाद,न्यायालय और कानून बनाकर इस मसले का निपटारा किया जा सकता है। लेकिन संवाद अब तक विफल रहा है,यह आस्था से जुड़ा हुआ मसाला है मिल्कियत का नहीं इसलिए इसका न्यायालय कोई समाधान निकले संभव नहीं अपने द्वारा ही सुझाये गए तीसरे रास्ते यानी क़ानून बनाकर मंदिर निर्माण को गोविंदाचार्य ने बेहतर तरीका बताया।
गोरक्षा के लिए भी बीते तीन वर्ष के दौरान कोई ठोस प्रयास सरकार द्वारा न होने की बात भी उन्होंने कही। गोविंदाचार्य अपने संगठन राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन द्वारा चीनी वस्तुओं के खिलाफ शुरू किये गए से नो टू चाइना-बी भारतीय बाइ भारतीय अभियान का आरंभ करने नागपुर पहुँचे थे। इस अभियान के तहत 21 प्रांतो में 50 से अधिक शहरों के 100 स्थानों पर चीनी वस्तुओ के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया जाएगा।