मध्यप्रदेश पुलिस के नारकोटिक्स विभाग द्वारा जारी एक एंटी-ड्रग अवेयरनेस कैलेंडर गलत कारणों से चर्चा में है। इसमें आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और अन्य धार्मिक नेताओं जैसे अवधेशानंद गिरी और तरुण सागर महाराज की फोटो होने के कारण बवाल मच गया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस डिपार्टमेंट का भगवाकरण किया जा रहा है। यह कैलेंडर मध्य प्रदेश पुलिस के नारकोटिक्स विभाग के एडीजी वरुण कपूर की पहल है, जिन्होंने इस महीने के कैलेंडर का अपनी फेसबुक पोस्ट में खुलासा करते हुए लिखा, ”स्पेशल कैडेंलर का नवंबर पेज मध्य प्रदेश पुलिस के नारकोटिक्स विभाग के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने लिखा, इसमें व्यक्तिगत, परिवार और समुदाय में लत की अवधारणा पर बात की गई है। आगे आइए और ड्रग फ्री सोसाइटी का संदेश फैलाइए। यह हर नागरिक का कर्तव्य है।” लेकिन इस कैलेंडर के नीचे आरएसएस चीफ मोहन भागवत की तस्वीर है, जिसके आगे ड्रग्स के उन्मूलन की बात लिखी है, साथ ही बताया गया है कि अंदर से यह कैसे मारता है।
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा, ”जिन ब्यूरोक्रेट्स ने इंडियन पुलिस सर्विस की सुरक्षा की कसम खाई है, वे आरएसएस के वफादार हैं। एेसे में लोकतंत्र की रक्षा कौन करेगा। इन लोगों ने सिर्फ नफरत फैलाई है। इससे एेसा लगता है कि उत्साही अधिकारी राजनीतिक नेताओं को खुश करना चाहते हैं।” इस कैलेंडर की कॉपी देशभर के सभी सरकारी दफ्तरों में बांटी गई है।