नागपुर: कुख्यात सीरियल किलर को लकड़गंज पुलिस ने गिरफ्तार किया साथ ही उससे द्वारा किए गए हत्या के 3 मामले भी सलुझाए। न्यू कामठी पुलिस थाना अंतर्गत एप्रिल माह में हफ्ते भर के भीतर रेलवे ट्रैक पर दो लाशें मिली थी। पुलिस को शव की पहचान नहीं होने से अज्ञात आदमी के नाम से आकस्मित मृत्य (एडी ) का मामला दर्ज किया था । 26 अक्तुबर 2017 को लकड़गंज पुलिस थाना अंतर्गत इतवारी परिसर में जंगल झुड़पी के नाली के पास एक अज्ञात 18 से 20 युवक का शव दिखाई दिया। शव का सिर नहीं होने से उसकी पहचान नहीं हो सकी। शव काफी खराब हो चुका था जिससे काफी बदबु भी आ रही थी। लकड़गंज पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। लकड़गंज पुलिस के सामने इस मामले को सुलझाने के लिए काफी चुनौतियों का समाना करना पड़ा। मृतक की पहचान भी पुलिस को पता नहीं थी। गहन से जांच करने पर पहले शहर के मिसिंग युवकों की सूची खंगाली गई। उनके घर परिवार से उनकी जानकारियां जुटाई गई। अखबारों में विज्ञापन भी प्रकाशित किए गए।
इस बीच लकड़गंज पुलिस को सूचना मिली कि नंदनवन पुलिस थाना अंतर्गत 15 साल का युवक 23 अक्तूबर 2017 से गुमशुदा है। पुलिस मिसिंग बच्चे के घर देशपांडे ले आऊट नंदनवन में गई। मिसिंग युवक का नाम मोहम्म्द अरमान वल्द मोहम्मद आलेसरवर था। परिजनों को मृतक के शव की फोटो दिखाई गई। बरामद कपड़े और चप्पल दिखाए गए। मृतक के माता-पिता ने फोटो और कपड़ो से मृत युवक की शिनाख्त की। मृतक उनका ही बेटा अरमान था। जिसका नंदनवन थाने में मिसिंग का मामला दर्ज था। मृतक की शिनाख्त होते ही लकड़गंज पुलिस जांच में फिर से गहराई में जुट गई। घटना स्थल के पास झाड़ियां होने से किसी भी चश्मदीद को ढूंढना बहुत मुश्किल था। लेकिन उसी परिसर से थोड़ी दूरी पर दो सीसीटीवी कैमरे लगे थे।
सीसीटीवी कैमरे की गहराई से जांच करने के बाद घटना के दिन 2 युवक उस रास्ते से जाते दिखे और आते वक्त एक ही युवक दिखाई दिया। पुलिस को शक आने के बाद मृतक के परिजनों को सीसीटीवी फुटेज दिखाये गए। सीसीटीवी फुटेज में उनका बेटा अरमान भी था और दुसरे को वह जानते नहीं थे। पुलिस ने इसी आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। सीसीटीवी कैमरे में जो दूसरा युवक दिखाई दे रहा था वह रेकॉर्ड पर का कुख्यात अपराधी दुर्गेश उर्फ छल्ला ध्रुपसिंह चौधरी उम्र 28 साल रेणुकानगर पारडी का रहिवासी था। दुर्गेश छल्ला के ऊपर नागपुर शहर में कुल तीस आपराधिक मामले दर्ज हैं। लकड़गंज पुलिस ने दुर्गेश छल्ला को पकड़ने के लिए उसके परिसर में गई। पुलिस को पता चला कि 27 अक्तूबर 2017 को दुर्गेश छल्ला को कलमना पुलिस ने चोरी करने के मामले में गिरफ्तार कर नागपुर सेन्ट्रल जेल भेज दिया है। लकड़गंज पुलिस ने 9 नव्हंबर 2017 को नागपुर सेन्ट्रल जेल से दुर्गेश छल्ला को प्रोड्युस वारंट पर गिरफ्तार किया और 18 नव्हंबर 2017 तक कोर्ट में पेश कर पीसीआर लिया। पीसीआर के दौरान आरोपी दुर्गेश छल्ला ने शुरआत में पुलिस को गुमराह किया। लेकिन पुलिस की सक्ति बताने के बाद उसने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि हत्या उसीने ही की है।
पूछताछ के दौरान पुलिस भी सदमे में आ गई। शातिर अपराधी दुर्गेश छल्ला ने पुलिस को बताया कि इस हत्या के अलावा उसने और दो हत्याएं की है। और उनके शव न्यू कामठी परिसर के रेल्वे लाईन पर डाले हैं। पुलिस ने गंभीरता से जांच की और न्यू कामठी पुलिस स्टेशन में पूछताछ की। पुलिस को पता चला की एप्रिल 2017 में नागपुर के देशपांडे ले आउट नंदनवन में निवासी कैलास पुनाराम (उम्र 28 साल) के साथ छल्ला ने रनाला गुमथला न्यू कामठी परिसर में कलकत्ता रेल्वे लाईन के पास मारपीट की और वह बेहोश होने के बाद उसका शव रेल पटरी पर डाल दिया। किसी को यह हत्या ना लगते हुए आत्महत्या लगे इसलिए योजना बना कर उसकी हत्या की और वह सफल भी रहा।
इसके अलावा एप्रिल 2017 के दूसरे हफ्ते में इसी परिसर में 15-16 साल गुलाबी ड्रेस पहने हुए लड़के से मारपीट कर उसका चेहरा पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। उसका शव रेलवे पटरी पर डाल दिया। न्यू कामठी पुलिस स्टेशन में जांच करने पर पता चला कि 12 एप्रिल 2017 को रेलवे से कटने से एक युवक की मौत हुई है उसका नाम कैलास पुनाराम नागपुरे बताया जा रहा है और दूसरे हफ्ते में 23 एप्रिल को भी रेलवे से कटने से युवक की लाश मिली है यह भी मामला न्यू कामठी पुलिस स्टेशन में दर्ज था। उसका नाम आरिफ वल्द मुन्ने अंसारी उम्र 17 साल कलमना निवासी बताया जा रहा है।
यह तीनों हत्या आरोपी दुर्गेश छल्ला ने अपने बयान में पुलिस को दिया है। आरोपी दुर्गेश छल्ला ने यह तीनों हत्या के अलावा कुछ साल पहले वेलतुर परिसर में एक युवक की हत्या पत्थर से कुचल कर की थी। आरोपी के ऊपर नागपुर शहर में से ३० अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार छल्ला शातिर और सनकी अपराधी है। किसी की भी हत्या करने के लिए यह योजना बनाता है। दिमाग ठंडा रखकर ही वारदात को अंजाम दिया जाता है। उसके स्वभाव के कारण ही उसकी शादी के आठ दिन बाद उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया था। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार वह थोड़ा विकृत स्वाभाव का है। 15 -16 साल के युवक उसे अच्छे लगते थे। युवकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने में उसे ख़ुशी मिलती थी। किसी युवक ने दुर्गेश छल्ला के साथ सम्बन्ध बनाने के लिए मना किया तो वह उसकी हत्या कर देता था। बस्ती के युवक के साथ भी आरोपी ने बस्ती में ही सम्बन्ध बनाने की कोशिश की थी। बस्ती के लोगो ने इस काफी बार यह कृत्य करते पकड़ा भी था। डर के मारे तथा इज्जत के कारण कोई भी आरोपी दुर्गेश छल्ला के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत नहीं करता था।
विश्वसनीय सूत्रों के नुसार 15 -16 साल के 2 लड़को की हत्या इसी वजह से की गई है और पुरानी २ हत्याए खुन्नस और सनकीपना की वजह से दुश्मनी निकालते हुए शांत दिमाग से की गई है।
समुचे मामले की जांच में डीसीपी झोन 3 राहुल माकनिकर के मार्गदर्शन में एसीपी वालचंद मुंढे, लकड़गंज के थानेदार संतोष खांडेकर सहपुलिस निरीक्षक निकम ,पुलिस सब इंस्पेक्टर गाडेकर, रहाटे, हेडकॉन्स्टेबल भोजराज बांते, अजय बैस, रमेश गोड़े, दीपक कारोकर, लक्ष्मीकांत गावंडे, नायक पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चचाने, प्रदीप सोनटक्के, सुनील ठवकर, सतीश ठाकुर का समावेश रहा।