नागपुर: सिंचन घोटाले में चार और आपराधिक मामले दर्ज किये गए है। यह सभी मामले एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी)) द्वारा शहर के सदर पुलिस स्टेशन में 10 अधिकारियो के खिलाफ दर्ज कराए गए है। अधिवेशन के दौरान दर्ज हुए इन मामलों से राजनीति गर्माने का अंदेशा है। गृहमंत्रालय के आदेश के बाद एसीबी के महासंचालक ने नागपुर एसीबी की टीम को गोसीखुर्द सिंचाई प्रकल्प में हुए भ्रस्टाचार और अनियमितता मामले की जाँच करने को कहाँ था।
मंगलवार को दर्ज कराई गई एफआईआर में एक भी राजनीतिक व्यक्ति का नाम नहीं है जबकि वर्त्तमान में सत्ताधीश बीजेपी विपक्ष में रहने दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं का नाम सिंचन घोटाले में लिया करती थी।
प्रकल्प के कामो के लिए जारी की गयी निविदा प्रक्रिया में अनियमितता बरते जाने आरोप के बाद मामले की जाँच शुरू की गई थी। जिन अधिकारियो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उसमे शामिल है डी डी पर्वते, एस आर सूर्यवंशी, डी पी शिर्के, डी डी पोहेकर, सी टी जीभकापे, दशरथ बोरीकर, वसंत गोन्नाड़े, आरएम लांगडे, ललित इंगले, धनराज नंदागवळी, गुरुदास मांडवकर, संजय खोलापूरकर,यू व्ही पर्वते, सीटी जिभकाटे के साथ ठेकेदार रामी रेड्डी।