नागपुर: अपनी मांगों को लेकर शीतसत्र अधिवेशन में जहां हजारों की तादाद में जमा होकर अपनी मांगों को सरकार के सामने रखने का काम विभिन्न संघटनों के बैनर तले लोग कर रहे है तो वहीं पहली बार विधानभवन पर अपनी मांगों को लेकर न्याय की उम्मीद लेकर अमरावती जिले के फासे पारधी समाज के लोग गणेश टेकड़ी रोड पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
यह समाज का एक ऐसा तबका है जो पूरी तरह से शोषित और पीड़ित है. इनके बच्चे और बड़े लोगों तक कुछ वर्ष पहले शिकार कर वह बेचकर अपना जीवन निर्वाह करते थे. लेकिन अब ये लोग मजदूरी कर, पन्नियां बीनकर, भीख मांगकर अपना जीवन बसर कर रहे हैं. इनका कहना है कि सरकार ने इनके लिए योजनाएं तो काफी लागू की हैं, लेकिन आज भी इनके समाज का विकास दूर तक नहीं दिखाई देता है. इसमें सरकार भी इनके लिए कोई प्रयास नहीं करते हुए नजर आ रही है.
इनका नेतृत्व कर रहे आक्रमक आदिवासी फासे पारधी समाज संगठन के अध्यक्ष विक्की पवार ने बताया कि वे पहली बार अपने समाज के लोगों के साथ नागपुर के विधानभवन पर प्रदर्शन करने आए हैं. उन्होंने मांग की है कि फासे पारधी समाज को आदिम समाज में शामिल किया जाए, फासे पारधी समाज के शिक्षित युवक और युवतियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें व्यवसाय शुरू करने के लिए मदद की जाए. फासे पारधी समाज के नाम पर बोगस आदिवासियों पर कार्रवाई की जाए भूमिहीन लोगों को जमीन के पट्टे दिए जाएं. कुल मिलाकर 10 मांगों को इन्होने सरकार के सामने रखा है. मंत्री विष्णु सावरा को निवेदन देने की मांग भी इस दौरान इन लोगों की रही. इस प्रदर्शन में छोटे बच्चों से लेकर महिलाओं ने भी सहभाग लिया.