नागपुर: इंजिनियरिंग के छात्र इस साल से किताबों के अलावा प्रैक्टिकल और फील्ड विजिट कर अनुभव हासिल करने में भी वक्त बिताते नजर आएंगे. ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकलएजुकेशन (AICTE) ने इंजिनियरिंग छात्रों के लिए मॉडल करिक्युलम जारी किया है. इसमें इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि छात्र सोसायटी की जरूरतों को समझें और व्यावहारिक ज्ञान भी हासिल करें. साथ ही वैल्यू एजुकेशन पर भी फोकस किया गया है. एआईसीटीई मैनेजमेंट के छात्रों के लिए भी मॉडल करिक्युलम बनाया है.
प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर
मॉडल करिक्युलम इस साल से लागू होगा. सभी इंजिनिरिंग कॉलेजों ने इसे लेकर सहमति भी जताई है. अब बीटेक में स्टूडेंट्स के लिए 220 क्रेडिट पॉइंट को घटाकर 160 क्रेडिट कर दियागया है. AICTE चेयरमैन अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने कहा कि इससे छात्रों को प्रैक्टिकल का और अनुभव हासिल करने का ज्यादा मौका मिलेगा. पोस्ट ग्रैजुएट कोर्स में जो 2 साल का होता है,उसमें अब 1 साल पढ़ाई और 1 साल प्रैक्टिकल का होगा। इसमें स्टूडेंट्स इंडस्ट्री में और सोसायटी में जाकर प्रैक्टिकल अनुभव लेंगे.
इंटर्नशिप जरूरी, इंडक्शन भी ज्यादा
मॉडल करिक्युलम में सभी छात्रों के लिए इंटर्नशिप जरूरी की गई है। सेकंड सेमेस्टर के बाद समर वेकेशन में 4-6 हफ्ते की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होगी. चौथे सेमेस्टर के बाद समर वेकेशन में भी4-6 हफ्ते की इंटर्नशिप होगी, जो इंडस्ट्री, सरकारी या गैर सरकारी इंस्टिट्यूशन के साथ हो सकती है. छठे सेमिस्टर के बाद समर वेकेशन में 6-8 हफ्तों की इंटर्नशिप होगी, जिसमें प्रॉजेक्टवर्क भी करना होगा. 8वें सेमेस्टर में भी प्रॉजेक्ट वर्क होगा. इंटर्नशिप अधिकतम 14 क्रेडिट की होगी. यह फुल टाइम भी हो सकती है और पार्टटाइम भी. एक क्रेडिट 40-45 घंटे काम काहोगा.
कम्युनिटी सर्विस भी होगी
प्रॉजेक्ट वर्क, हायर इंस्टिट्यूशन के साथ ट्रेनिंग, सरकारी, गैर सरकारी, स्टार्टअप या एमएसएमई के साथ इंटर्नशिप, एक्स्ट्रा करिक्युलम ऐक्टिविटी, वॉलंटियरी कम्युनिटी सर्विस, कॉन्फ्रेंस, वर्कशॉप और कॉम्पिटिशन में भागीदारी, इंस्टिट्यूट की इनोवेशन सेल में भागीदारी और अनुसंधान उत्पादों को भी आवश्यक किया गया है.