Published On : Thu, Mar 15th, 2018

विपक्षी समर्थक पर कार्रवाई, तो सत्तापक्ष समर्थक को दी मोहलत

Advertisement


नागपुर: मनपा अग्निशमन विभाग और लक्ष्मीनगर विभागीय कार्यालय के मार्फत अतिक्रमण निर्मूलन विभाग के साथ अभ्यंकर नगर और हिंगणा रोड पर अतिक्रमण निर्मूलन कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में हुक्का पार्लर समेत कई अन्य अतिक्रमणों को सफाया किया गया. जिसमें अभ्यंकर नगर चौक पर जो कार्रवाई की गई उसने विपक्षी नेता की पहचान के साथ कोर्ट का ‘स्टे आर्डर’ दिखाया तो कार्रवाई कर दी गई तथा दूसरी ओर हिंगणा रोड स्थित कार्रवाई करने के लिए पहुंचे दल- बल को सत्तापक्ष का खौफ दिखाया गया तो उसे ’10 प्लस’ लेकर १५ दिन की मोहलत देकर उलटे पांव लौट आए.

शहर भर में अग्निशमन विभाग के कानून को ताक पर रखनेवाले अनगिनत हैं. इन अतिक्रमण को लेकर अधिकांश की जानकारी विभाग को है लेकिन विभाग कार्रवाई करने में क़ानूनी अड़चन दर्शाता रहा है. जब कोई भीषण घटना घट जाती है तो विभाग हरकत में आता है.

पिछले साला के अंत में मुंबई में अवैध पब में घटी भीषण घटना के बाद इस तरह के नियमों का नजर अंदाज किए जाने के परिणाम देश भर ने देखा है. इसी क्रम में बुधवार को मनपा के लक्ष्मी नगर जोन और मनपा अग्निशमन विभाग ने अभ्यंकर नगर चौक स्थित पूजा आर्केड के अवैध रूप से शुरू हुक्का पार्लर को ध्वस्त कर दिया. इसके संचालक मेसर्स एसआर कैफे है. यह इमारत पूरी तरह से रहवासी होने के बावजूद यहां व्यवसायिक गतिविधियां जारी रहती थीं. जब मनपा की टीम इस स्थल पर कार्परवाई करने पहुंची तो संचालक ने खुद को विपक्ष के एक बड़े नेता का करीबी बताया, लेकिन इस ओर ध्यान देने के बजाय मनपा के दस्ते ने कुछ ही समय में हुक्का पार्लर तहस-नहस कर दिया.

Gold Rate
Thursday 09 Jan. 2025
Gold 24 KT 77,900 /-
Gold 22 KT 72,500 /-
Silver / Kg 90,600 /-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above


यहां की कार्रवाई के बाद मनपा का दस्ता हिंगणा टी-पॉइंट के सामने दार्वेकर समूह द्वारा अवैध रूप से इमारत की छत पर निर्मित रेस्टॉरेंट, होटल को गिराने पहुंचा तो दस्ते को इस होटल के संचालक ने सत्तापक्ष का करीबी दर्शाया. दस्ता सत्तापक्ष की आड़ में कार्रवाई रोक अगले 15 दिन का समय देकर जुर्माना के तौर पर ’10 प्लस’ वसूल कर लौट आया.

उल्लेखनीय है कि मनपा प्रशासन की पारदर्शिता और काम के प्रति न्याय पर नियमित सवाल खड़ा हो रहे हैं. इस चक्कर में मनपा को आर्थिक नुकसान भी सहन करना पड़ रहा है.

Advertisement