मुंबई. रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर हजारों छात्रों ने मंगलवार की सुबह मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा को ठप कर दिया. प्रदर्शनकारी छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. इससे सेंट्रल लाइन की 30 लोकल ट्रेन रद्द कर दी गई हैं. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए हैं और रेलवे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.
ये है छात्रों का आरोप
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि उन्होंने रेलवे की परीक्षा पास की थी, लेकिन अब तक उनकी नौकरी नहीं लगी. छात्रों का कहना है कि वह इस मुद्दे पर एक बार में सेटलमेंट चाहते हैं. प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने मीडिया में बोलते हुए कहा, पिछले चार साल से यहां किसी तरह की नियुक्ति नहीं हुई है. हम नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. 10 छात्रों ने आत्महत्या कर ली.
रेलमंत्री का कर रहे हैं इंतजार
एक दूसरे स्टूडेंट ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, जब तक रेलवे मंत्री पीयूष गोयल यहां आकर हमसे मिलते नहीं हैं, हम हिलेंगे नहीं. हमने डीआरएम से कई बार अनुरोध किया, लेकिन यह असफल साबित हुआ.
सेंट्रल रेलवे का बयान
वहीं, दूसरी तरफ सेंट्रल रेलवे ने छात्रों के आरोप को खारिज कर दिया. उनका कहना है कि हमने सिर्फ कुछ समय तक उन्हें ट्रेनिंग दिया था और प्रशिक्षु एक्ट के तहत उन्हें नौकरी देने का कोई निमय नहीं है. हालांकि, रेल मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि सीधे भर्ती के माध्यम से भरी सीटों का 20% डायरेक्ट भर्ती में रिजर्व करने का फैसला लिया है. इसके लिए नोटिफिकेशन पहले ही जारी कर दिया गया है और एप्लिकेशन जमा करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2018 है.
सुबह 7 बजे से ही प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
बता दें कि सुबह 7 बजे ही हजारों की संख्या में छात्र रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने पहुंच गए. इसके बाद कुर्ला से सीएसटी जाने वाली 30 ट्रेनें कैंसिल कर दी गईं. कुर्ला से कल्याण तक लोकल चल रही है, लेकिन कुर्ला से दादर तक कोई ट्रेन नहीं चल रही है. मुंबई सेंट्रल लाइन पर कुछ ही ट्रेनें चल रही हैं. इस बीच पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया. प्रदर्शन के बीच बेस्ट ने अतिरिक्त बसें शुरू की.