नागपुर: राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ नितिन राऊत को कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अनुसूचित जाति विभाग का अखिल भारतीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी में मिली ज़िम्मेदारी के बाद राऊत ने कहाँ की दीक्षा भूमि के विचारों को मानाने वाले कार्यकर्त्ता को इस जिम्मेदारी का मिलना संघ भूमि को आवाहन है। यह जिम्मेदारी उन्हें ऐसे वक्त में मिली है जब देश में दलितों के लिए परिस्थिति चिंताजनक है। दलितों के प्रति उत्पीड़न बढ़ा है। संविधान के बारे में गैरजिम्मेदाराना बयान दिए जा रहे है। उनकी कांग्रेस के प्रति निष्ठा है। पार्टी भी अपने हर कार्यकर्त्ता के काम काज पर नज़र रखती है। आंबेडकरी मूवमेंट से आये व्यक्ति को उन्होंने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका निर्वहन करते हुए दलितों को न्याय दिलाने की बात नितिन राऊत ने कही।
बीते कुछ वक्त के नितिन राऊत अपनी ही पार्टी में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी न मिलने की वजह से नाराज़ चल रहे थे। पार्टी में शुरू अंतर्कलह की बानगी उसके पिछले बयानों में भी साफ़ तौर पर दिखाई देती है। क्या पार्टी ने उन्हें ये ज़िम्मेदारी देकर उनकी नाराजगी ख़त्म करने का प्रयास है इस सवाल पर राऊत ने कहाँ वह पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्त्ता है। उन्हें पार्टी ने अब तक जो भी जिम्मेदारी सौपी उसको उन्होंने ईमानदारी से निभाया। वह सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के आभारी है एक तरह से उन्हें नियुक्त पर पार्टी ने दलीलों की समस्याओं पर अपनी संजीदगी के साथ परिपक्वता का प्रदर्शन किया है।
मंगलवार को कांग्रेस के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने पत्र जारी कर नितिन राऊत को अहम जिम्मेदारी दिए जाने की जानकारी सार्वजनिक की।