नागपुर:इंजिनियरिंग प्रोग्राम्स के लिए ‘ओपन बुक एग्जामिनेशन’ को मंजूरी मिल सकती है. परीक्षा सुधारों पर ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने एक कमिटी गठित की थी जिसने ओपन बुक एग्जामिनेशन का सुझाव दिया है. एआईसीटीई और एचआरडी मिनिस्ट्री इस रिपोर्ट पर गौर करेंगे. अगर इसको मंजूरी मिल जाती है तो इंजिनियरिंग के स्टूडेंट्स एग्जाम हॉल में नोट्स, टेक्स्टबुक्स और रिसोर्स मटीरियल लेकर जा सकेंगे.
कमिटी ने ओपन बुक एग्जाम के अलावा अलग-अलग छात्रों की योग्यता और सामर्थ्य के मुताबिक क्वेस्चन पेपर तैयार करने का भी सुझाव दिया है. पैनल का कहना है कि ओपन बुक सिस्टम का प्रस्ताव इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि परीक्षा के पारंपरिक तरीके में छात्र रट्टा मारने के लिए मजबूर होते हैं. यह एआईसीटीई की सिस्टम में सुधार की कोशिश का हिस्सा है जिसके तहत हाल ही में पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के इंजिनियरिंग एजुकेशन सिस्टम में परीक्षाओं और क्वेस्चन पेपर्स की शैक्षिक गुणवत्ता काफी समय से चिंता का विषय रही है .
कमिटी का मानना है कि ओपन बुक सिस्टम से खासतौर पर ऐप्लिकेशन, अनैलिसिस और इवैल्युएशन में स्टूडेंट्स की स्किल्स का परीक्षण करने में काफी मदद मिलेगी. कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘ओपन बुक एग्जामिनेशन भी लिखित परीक्षा की तरह ही है लेकिन इसमें छात्रों को अपने साथ क्लास नोट्स, टेक्स्टबुक्स या अन्य स्टडी मटीरियल ले जाने की अनुमति होगी. इससे उन पर रटने का दबाव नहीं रहेगा और वे तनावमुक्त रहेंगे. इससे समस्या को हल करने और सोचने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी.