नागपुर: एनसीपी के युवा संगठन ‘राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस’ (रायुकां) के सभी पदाधिकारी एनसीपी के नहीं हैं। कई पदाधिकारी भाजपा के लिए भी काम करते हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील के सामने हुआ है। जिसके बाद पाटिल ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
– एनसीपी के नए अध्यक्ष चुने जाने के बाद पाटील ने पहली बार रायुकां के पदाधिकारियों की मुंबई में बैठक बुलाई थी। प्रदेश के सभी जिलों के रायुकां अध्यक्ष बैठक में शामिल थे।
– पाटील ने शहर व जिला अध्यक्षों से उनकी कार्यकारिणी की सूची मांगी। सूची में लिखे अन्य पदाधिकारियों के नाम व फोन नंबर देखकर पाटील ने बैठक के दौरान ही इनमें से कुछ फोन नंबर पर बात की।
– इस दौरान कुछ युवकों ने पाटील को बताया कि वे भाजपा में हैं। वहीं कुछ ने कहा कि वे राजनीति में ही नहीं है।
कड़ी कार्रवाई की दी चेतावनी
– संगठन की सूची में फर्जी नामों का खुलासा होने पर पाटील ने पदाधिकारियों को नसीहत दी कि वे कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। इस प्रकरण के बाद पदाधिकारियों की सूची का नियमित क्रास वेरिफिकेशन करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे न करने पर जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नाशिक कार्यकारिणी की खुली पोल
– एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष ने नाशिक की जिला युवा इकाई की बारीकी से जांच की तो फर्जी पदाधिकारी पाए गए। पाटील ने जिला कार्यकारिणी में शामिल एक पदाधिकारी के फोन पर संपर्क किया और पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका एनसीपी से संपर्क ही नहीं है। इस मामले को संगठन के लिए सबसे अधिक नुकसानदायक बताते हुए पाटील ने रायुकां के सभी पदाधिकारियों को संगठनात्मक कार्य में निष्ठा व ईमानदारी बरतने को कहा। .