नई दिल्ली: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के लंगर पर लगने वाले सेवा कर (जीएसटी) मोदी सरकार ने माफ कर दिये हैं। सिक्खों की मांग को मानते हुए स्वर्ण मंदिर के लंगर के लिये खरीदे सामान पर अब जीएसटी नहीं लगेगा। साथ ही अब तक लिया गया 300 करोड़ रुपए जीएसटी भी मंदिर को वापस किया जायेगा।
मोदी सरकार का ये एक बड़ा फैसला है। जीएसटी को जुलाई 2017 से लागू किया गया था। इसके बाद विभिन्न दरों में जीएसटी के भुगतान के चलते स्वर्ण मंदिर के प्रबंधन पर अब तक लगभग 3 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ा था।
बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने इस संबंध में केंद्र सरकार से मांग की थी। इस मुद्दे को केंद्र में मंत्री हरसिमरत कौर बादल द्वारा वित्त मंत्री अरुण जेटली के सामने उठाया गया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने ये फैसला लिया हैं।
सबसे पहले मंदिर में लंगर के लिए खरीदे जाने वाले सामान पर लगने वाले सेवा कर को पंजाब सरकार ने माफ़ कर दिया था । इसका ऐलान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में किया था। इसी के राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से जीएसटी को ख़तम करने की मांग की थी।