हैदराबाद: बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने फिल्म ‘हिचकी’ में टॉरेट सिंड्रोम से पीड़ित एक शिक्षक के किरदार को निभाकर इस साल न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की, बल्कि अपनी अदाकारी से लोगों के दिलों को भी जीता।
तब से अब तक यह फिल्म दुनिया भर में भी लॉरल्स जीत रही है। इस फिल्म को शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एसआईएफएफ) और मेलबर्न के भारतीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफएम) में काफी प्रशंसा मिली। रानी ने मेलबर्न के भारतीय फिल्म महोत्सव में इस फिल्म में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी जीता।
अब यह फिल्म रूस और कज़ाकिस्तान में रिलीज होने के लिए तैयार है। हिंदी भाषा में बनी फिल्म ‘हिचकी’ को यहां रिलीज होने पर रूसी वॉइस ओवर दिया जाएगा। क्योंकि यह कज़ाकिस्तान की आधिकारिक भाषाओं में से एक है।
रानी मुखर्जी ने कहा, ‘यह वास्तव में आश्चर्यजनक है कि फिल्म अपनी सार्वभौमिक कहानी के कारण विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं में प्रशंसा पा रही है। ‘हिचकी’ समाज का प्रतिबिंब है और इस बात का प्रतिबिंब है कि हम सभी की कमजोरियां क्या हैं और हमें दुनिया को बेहतर स्थान बनाने के लिए उन पर काबू पाने की जरूरत है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह बाधाओं पर जीतने के लिए हर व्यक्ति के दृढ़ संकल्प, ध्यान और सकारात्मक भावना के बारे में बात करती है। मुझे खुशी है कि इसका मूल संदेश दुनियाभर में दर्शकों तक पहुंच रहा है। मुझे फिल्म पर गर्व है कि लोग इसका आनंद ले रहे हैं।’
यहां 15 स्क्रीनों पर ‘हिचकी’ को प्रदर्शित किया जाएगा। यह 2015 से इस देश में हिंदी फीचर फिल्म के लिए सबसे बड़ी रिलीज है। यह फिल्म 20 सितंबर को कज़ाकिस्तान में रिलीज होगी।
Credit: eenaduindia