नागपुर: मनपा बजट के बाद आर्थिक तंग हाल के कारण प्रशासन ने विकास कार्यों पर अंकुश लगा दिया था. इससे खफा सत्तापक्ष ने विपक्ष के कांधों पर रख मनपा आयुक्त पर निशाना साधा जो कामयाब हो गया. प्रशासन ने उक्त संयुक्त विरोधाभास पर विराम लगाते हुए आधा दर्जन से अधिक मद के तहत करोड़ों की राशि का पिटारा खोल दिया.
याद रहे कि कल शाम विपक्ष नेता से सत्तापक्ष नेता की अहम बैठक हुई,इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक किशोर जिचकर भी उपस्थित थे। गुप्त वार्ता के बाद संयुक्त बयान दिया गया कि आज ५ सितंबर को होने वाली बैठक रद्द की जाती है,जिस बैठक में आयुक्त उपस्थित रहेंगे,उसी वक़्त आमसभा होगी. इसके बाद २४ सितंबर को अगली बैठक आयोजन करने की घोषणा की गई. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में एक नेता ने कहा कि २४ सितंबर के बैठक में गर आयुक्त अनुपस्थित रहे तो हमेशा के लिए मनपा से दूर हो जाएंगे. पक्ष – विपक्ष के संयुक्त खिलाफत के बाद लगभग साढ़े ५ बजे प्रशासन का फरमान नगरसेवकों के पक्ष में जारी होने से सभी नरम पड़ गए,
प्रशासन ने सड़क सुधार और निर्माण,पुलिया निर्माण और मरम्मत,५७२ और १९०० लेआउट के विकास कार्य,विद्युत विभाग,शहर के नाले निर्माण,अग्निशमन विभाग से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी.
उक्त परिपत्रक प्रमुख लेखा – वित्त अधिकारी मोना ठाकुर ने जारी कर आयुक्त, अप्पर आयुक्त, उपायुक्त,मुख्य अभियंता,अधीक्षक अभियंता,सर्व वार्ड अधिकारी को भेज दी गई.