![Dengue Mosquitoes](https://www.nagpurtoday.in/wp-content/uploads/2016/07/Dengue-Mosquitoes.jpg)
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नागपुर : वर्ष 2018 नागपुर के लिए बीमारियों का साल रहा। पहले पीलिया फिर स्क्रॅब टायफस और अब डेंगू ने जनता को हैरान कर रखा है। कई लोग इस बीमारियों से सच में प्रभावित है कईयों को इस सिस्टम ने बेवजह ही बीमार बना दिया है। शहर में डेंगू के प्रकोप के चलते निजी अस्पतालों ने इसे पैसे कमाने का जरिया बना लिया है। ये खेल बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही शुरू हो गया था। लेकिन मनपा ने अब जाकर तत्परता दिखाते हुए ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई करने का डर दिखाया है जो डेंगू के नाम पर जनता की लूट कर रहे है।
बारिश के दिनों में मौसम में परिवर्तन की वजह से सामान्य बुखार,सर्दी-खाँसी होना सामान्य बात है लेकिन इसको लेकर भी जनता को डराया जा रहा है। खुद मनपा की स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष मनोज चाफले के मुताबिक सामान्य बुखार या तबियत ख़राब होने की शिकायत लेकर निजी अस्पतालों या डॉक्टर के पास जाने वाले मरीज को शहर में फ़ैले डेंगू का भय दिखाया जाता है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है और महँगी जाँच करवाकर उनसे पैसे लुटे जा रहे है। चाफले का यह भी कहना है की डेंगू को लेकर जो भय का माहौल है उसके लिए निजी अस्पताल जिम्मेदार है।
शुक्रवार को मनपा के स्वस्थ्य समिति सभापति मनोज चाफले ने लकड़गंज और शतरंजीपूरा जोन में डेंगू पर बैठक लेकर शहर के निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों का आकड़ा निकालने के साथ ही रिपोर्ट तैयार करने का आदेश स्वास्थ्य विभाग को दिया है। उन्होंने कहाँ मनपा एक रिपोर्ट तैयार कर जाँच करे और आरोपी पाए जाने पर अस्पतालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई भी की जाये।