नागपूर: उपराजधानी में पार्किंग की समस्या दिनोदिन बढ़ते जा रही है, इससे निजात पाने के उद्देश्य से नागपुर सुधार प्रन्यास ने बीओटी के आधार पर शहर के बीच में सीताबर्डी के वेराइटी चौक के पाय कार पार्किंग प्लाजा बनाया था. सूत्र बतलाते हैं कि इसका निर्माणकार्य गलत पद्धति से होने के कारण पिछले डेढ़ वर्ष से इसे बंद रखा गया है और इस जगह प्लाजा के निर्माता ने होटल शुरू कर किराए पर चलाने के लिए गंगाकाशी समूह को दे दिया है दो पिछले दिनों छापा पड़ने से चर्चा में आया था.
याद रहे कि नासुप्र की अमूमन योजनाएं सफल रही. इसी क्रम में पार्किंग की समस्या जटिल होने से शहर के मध्य भाग खासकर बाजार इलाके सीताबर्डी,रामदासपेठ व धंतोली में कार पार्किंग बड़ी समस्या बनकर उभरी. जगह-जगह कारों की पार्किंग से आवाजाही प्रभावित हो रही थी.
नासुप्र ने कार पार्किंग से होने वाली अड़चन से बाजार परिसर को मुक्ति दिलवाने हेतु वेराइटी चौराहे पर स्थित सिनेमैक्स के ठीक बाजु में बीओटी पर कार पार्किंग का निर्माण करने की योजना बनाई. जिसका टेंडर जारी करने के बाद किसी ने रुचि नहीं दिखाई. इसके बाद पिछले २ दशक से नासुप्र प्रबंधन ने अपने चहेते व विवादस्पद भवन-निर्माता को बीओटी पर कार पार्किंग निर्माण करने का टेंडर सौंपा.
इस ठेकेदार ने ऐसे कार पार्किंग प्लाजा का निर्माण किया कि जिसमें बड़ी कारो का प्रवेश हो ही नहीं पाता था. नासुप्र के सूत्र बतलाते हैं कि ऐसी गलती नासुप्र- ठेकेदार ने जानबूझ किया ताकि प्लाजा ‘फ्लॉप’ हो जाए और फिर अन्य व्यवसाय का मार्ग प्रसस्त हो जाए.
नासुप्र के अनुसार कार पार्किंग प्लाजा का संचालन जिसे दिया गया, उसे किराया/शुल्क तय करने की स्वतंत्रता दी गई थी. पार्किंग प्लाजा के ठेकेदार को ३ वर्ष का ठेका दिया गया. प्रत्येक वर्ष ७,५१,००० रुपए देना तय किया गया है. ठेकेदार ने ५ लाख रुपए एडवांस दिए हैं. ठेकेदार व नासुप्र के मध्य कागजी करवाई पूर्ण होने के बाद कार पार्किंग शुरू की जाएगी. इस प्लाजा में ७२ कार पार्किंग की व्यवस्था का वादा किया जा रहा है, लेकिन डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी इसे शुरू नहीं किया गया.
नासुप्र ने ठेकेदार को पार्किंग प्लाजा बनाने के बदले ४०० वर्ग फुट जगह व्यवसायिक उपयोग के लिए आवंटित किया था, जिसमें ठेकेदार ने होटल का रूप देकर गंगाकाशी समूह को संचलन के लिए दे दिया था. इसमें कुछ सप्ताह पहले चर्चित छापा पड़ा था.