पदाधिकारियों को दी जा चुकी है सूचना
नागपुर: भाजपा की रणनीति के अनुसार मनपा में सत्तापक्ष के प्रमुख ३ पदाधिकारियों को बदलने का निर्णय लिया जा चुका है. संभवतः महापौर परिषद के बाद कभी भी महापौर, उपमहापौर और सत्तापक्ष नेता इस माह के अंत में बदल दिए जाएंगे.
प्राप्त सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने नागपुर मनपा में लगातार तीसरी बार सत्ता मिलने के बाद १०८ नगरसेवकों को मौका देने के लिए बड़ा निर्णय लिया था कि महापौर और उपमहापौर का कार्यकाल सवा सवा वर्ष कर पक्ष के ४-४ नगरसेवकों को अवसर दिया जाएगा. उसी तरह नागपुर सुधार प्रन्यास के विश्वस्त पद का कार्यकाल २-२ वर्ष कर २ नगरसेवकों को मौका दिया जाएगा. इसके अलावा क्यूंकि सत्तापक्ष नेता को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त महामंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, इसलिए सत्तापक्ष नेता की सहमति के बाद बदला जाएगा.
बदलाव के सुर और तब तेज हो गए,जब महापौर के विदेश यात्रा विवादों में आ गया. इसके बाद भाजपा शीर्षस्थ नेताओं ने तत्काल महापौर को बदलने के बजाय मुहाने पर खड़ी राज्य महापौर परिषद का नागपुर में आयोजन के बाद इसी माह के अंत में महापौर,उपमहापौर और सत्तापक्ष नेता विधिवत बदल दिया जाएगा. अगली महापौर पश्चिम नागपुर के विधायक के परिवार से नगरसेविका वर्षा ठाकरे,उपमहापौर राजेश घोडपागे और सत्तापक्ष नेता मध्य नागपुर से भाजपा के वरिष्ठ और पूर्व पदाधिकारी होना तय है.
पक्ष की ओर से महापौर और उपमहापौर को उनके कोटे की निधि वितरित करने का आदेश दे दिया गया है. वर्तमान में उपमहापौर और स्थाई समिति सभापति के कोटे की निधि खत्म हो चुकी हैं, महापौर के कोटे का डेढ़ करोड़ वितरित होना शेष है.
शेष पदाधिकारी नवनियुक्त दुर्बल घटक समिति को विभाग का दायरा भी समझ नहीं आ रहा. ज़ोन के सभापति को जोनल बजट की हवा तक नहीं लग रही, वार्ड अधिकारी ही जोनल बजट को खर्च करने में लीन है.