गोंदियाः बढ़ते कदम स्कॉलर स्टुडेंट अवार्ड से 61 मेधावी विद्यार्थी सम्मानित
गोंदिया। एक शिक्षित समाज ही बेहतर समाज हो सकता है, लिहाजा सिंधी समाज में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए एक सकारात्मक सोच के साथ बढ़ते कदम सिंधू सेवा समिति द्वारा स्कॉलर स्टुडेंट अवार्ड का अभिनव उपक्रम शुरू किया गया।
रविवार 7 जुलाई को आयोजित 13 वें स्कॉलर स्टुडेंट अवार्ड समारोह में समाज के 20 मेधावी छात्र तथा 41 छात्राएं इस तरह कुल 61 विद्यार्थियों को उनके पालकों के साथ शाल, श्रीफल व मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मंच को गरिमामय उपस्थिती प्रदान करने पहुंचे हिंगणघाट के नगराध्यक्ष प्रेमकुमार बंसतानी ने कार्यक्रम के अध्यक्षीय संबोधन में कहा- समाज के बच्चे बहुप्रतिष्ठित भारतीय लोक सेवा आयोग (UPSC) सेवा से जुड़कर IFS, IPS, IAS बनने की चाह मन में रखते हुए कुछ कर गुजरने का जूनून उनमें दिख रहा है जो बेहद खुशी की बात है, किन्तु सिंधी समाज के गरीब तबके के विद्यार्थियों की भी शिक्षा हेतु आर्थिक मदद संपन्न परिवारों ने करनी चाहिए। जो भी परोपकार करता है, परमार्थ करता है, ईश्वर उसे और भी अधिक खुशियां प्रदान करता है।
मध्यप्रदेश के परासिया के नेत्र चिकित्सालय तथा लायंस क्लब से जुड़े कार्यक्रम के प्रमुख अतिथी पुरणलाल राजलानी ने अपने संबोधन में कहा- हम संपन्न है लेकिन हम समाज के गरीब तबके के लिए क्या योगदान कर सकते है, इस पर चिंतन और मनन की आज आवश्यकता है। हमारा फर्ज है कि, हमारे समाज के जो गरीब बच्चे है उन्हें उच्च शिक्षण हेतु हम आर्थिक सहयोग करें और उन्हें आगे बढ़ाये।
मंचासीन अतिथी साजनदास वाधवानी तथा रमेश टहिल्यानी ने भी अपने समायोचित विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की प्रस्तावना बढ़ते कदम के संस्था सदस्य सुखदेव रामानी ने रखते कहा- हमारी संस्था नई और सकरात्मक सोच के साथ कार्य कर रही है। पगड़ी रस्म, शववाहिनी, वेन्टीलेटर युक्त एम्ब्यूलेंस, कॉफिन फ्रिजर, अस्थी संग्रह सुविधा, होली पर्व पर सामुहिक श्रद्धाजंलि कार्यक्रम, पक्षी बचाओ मुहिम के तहत निःशुल्क जलपात्र का वितरण, स्वच्छता अभियान सहित समाज में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए स्कॉलर स्टुडेंट अवार्ड के तहत होनहार विद्यार्थी व उनके पालकों को सम्मानित करने का कार्य निरंतर कर रही है।
बढ़ते कदम के संस्थापक महेश लालवानी ने पेशन को प्रोफेशन में बदलने वाले क्राफ्ट क्रिएशन में विशेष रूची रखने वाले कुछ एैसे विद्यार्थी जिन्होंने अपने प्रोडेक्ट ऑनलाइन बेचने का कार्य शुरू किया, उनकी हौसला अफजाई करते बताया- हमारे समाज में वक्ताओं की कमी है लिहाजा इस कमी को दूर करने के लिए 20 बच्चों को इफेक्टिव पब्लिक स्पिकिंग के तहत भाषण देने की कला का प्रशिक्षण दिया गया है तथा दुसरे चरण हेतु 30 बच्चों का चयन किया गया है।
कार्यक्रम और मंच को गरिमामय रूप प्रदान करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम व नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस वर्ष की थीम बागबान निश्चित की गई थी। बच्चों की खुशियों के लिए अभिभावक क्या कुछ नहीं करते, लेकिन जिंदगी की भागदौड़ में हम बुजुर्गो को उतनी अहमियत देना भूल जाते है, जिसके वे हकदार है लिहाजा अभिभावकों हेतु बागवान थीम पर नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसमें बुजुर्गो के सम्मान की विशेष झलक दिखायी दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
– रवि आर्य