नागपुर: आरटीई में प्रवेश के लिए गरीब तबके के बच्चो के लिए 25 प्रतिशत सीटे आरक्षित रखी जाती है. लेकिन कई बार इसका लाभ गरीब पालको को नहीं मिल पाता है और इसका लाभ संपन्न लोग झूठे आवेदन देकर इसके तहत एडमिशन ले लेते है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. एक पालक ने स्कुल से दुरी को कम करने के लिए तबेले का ही पता दे दिया. जब इस मामले में कार्रवाई की जाने लगी तो राजनैतिक दबाव बनाएं जाने की जानकारी सामने आयी है.
आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन शाहिद शरीफ़ की जानकारी के अनुसार पालक द्वारा शिकायत मिली की एक बच्ची का प्रवेश पोद्दार स्कूल बेसा में हुआ था. इसकी जाँच करने पर जब इस पते पर जाकर देखा गया तो वहाँ गाय बँधी हुई थी. वेड हरी प्लॉट नंबर 53 बेसा रोड पर और पालक का घर आकाश नगर मै है. यह जानकारी बच्चे को स्कूल ले जाने वाले वैन चालक ने लिखित कमेटी को दी . इस संदर्भ में पालक को जानकारी के लिए बुलाया गया तो उसके द्वारा दिया गया झूठा है, जाँचने पर यह पता चला की इसमें पता गलत बताया गया है.
इस संदर्भ में आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन को फ़ोन पर भाजपा के प्रभाग अध्यक्ष विनोद कडु ने दबाव बनाया और कहा कि इस पर आप कोई कार्रवाई न करें. यह सही है. मैं शहरवासी पत्र का प्रमाण पत्र दिला दूँगा. जब हमने पत्र माँगने की बात कही तो बाद में प्रभाग अध्यक्ष ने कहा कि अभी तो आचार संहिता है अभी विधायक पत्र नहीं देंगे . जिस पते का यह प्रमाणपत्र देने ( 16 ng 000986 की बात कर रहे है वह ऑनलाइन में फॉर्म है ही नहीं.
बोगस एडमिशन को वैध करने के लिए राजनैतिक पार्टी से जुड़े लोग धौंस जमा कर प्रमाणित करने के लिए हम पर दबाव बना रहे हैं. शरीफ का कहना है कि यह मामला सीधा 420 का है. इस मामले में पालक के विरोध में पुलिस स्टेशन में कमेटी शिकायत दर्ज करेगी और इसका एडमिशन कार्ड भी रद्द होगा.