नागपुर : ठीक दीपावली त्यौहार के पहले रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया में कार्यरत 20 ठेका कामगार एवं उनके परिवार देंगे धरना. धरना आंदोलन ७ अक्टूबर दोपहर १ बजे संविधान चौक पर सफाई काम से जुड़े २० कामगार एवं उन पर आश्रित परिवारवाले धरना देंगे. सफाई काम से जुड़े २० कामगारों को ठेकेदार बदल गया यह दर्शा कर रिज़र्व बैंक के अधिकारिओं ने कामगारों को अचानक घर बैठा दिया है. जबकि वे कामगार पिछले दो से बीस वर्षो से सफाई का काम कर रहे थे. ये कामगार बैंक के मुख्य कार्यालय एवं बैरामजी टाउन, अत्रे ले आउट, भरत नगर एवं सिविल लाइन में स्थित अधिकारिओं व् कर्मचारी वसाहतो में सफाई का काम करते है.
आज से दो वर्ष पहले उक्त कामगारों ने न्यूनतम वेतन नहीं मिलने की शिकायत दर्ज की थी और उसके बाद कामगारों को न्यूनतम वेतन देना पड़ा तब से उक्त कामगार बैंक के अधिकारिओं के आंख के किरकिरी बने हुए थे. कामगारों को सबक सीखने के नाम पर २० ठेका कामगारों को गैर कानूनी तरीके से मौखिक रूप से अचानक काम पर से बैठा दिया गया. १ अक्टूबर को जब सुबह ८ बजे जब हर रोज की तरह कामगार काम करने पहुंचे तब बैंक के केयर टेकरो ने काम करने से मन कर दिया और मौखिक रूप से कह दिया की अब नया ठेकेदार आ गया है.
जबकि पिछले २० वर्षों में करीब ६ ठेकेदार बदले हैं लेकिन सभी ने पुराने कामगारों को ही काम पर रखे थापिछले माह के अंतिम सप्ताह में नया ठेकेदार आने की भनक कामगारों को लगी थी तो तुरंत यूनियन के अध्यक्ष ने विभागीय श्रम आयुक्त (केंद्रीय) को निवेदन के माध्यम से सूचित कर दिया गया था. जिस पर विभागीय श्रम आयुक्त ने फ़ौरन रिज़र्व बैंक के आला अधिकारी विभागीय निदेशक को पत्र लिख कर आगाह किया की नया ठेकेदार आने की स्तिथि में पुराने कामगारों की रोजी न जाय इसका ध्यान रखा जाय क्यूंकि यह कामगार पिछले २ से २० वर्षों से काम कर रहे हैं.
इसके बावजूद कामगारों को काम से हटा दिया गया. ठीक दिवाली से पहले कामगारों के घर में अँधेरा छा गया है. बैंक अधिकारीयों की कामगार विरोधी मानसिकता के खिलाफ काम पर वापिस लेने की मांग को लेकर पीड़ित कामगार एवं उनके परिवार ७ अक्टूबर की दोपहर १ बजे संविधान चौक पर धरना देंगे. उसी दरम्यान यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल बैंक के विभागीय निदेशक से मिलेगा. धरना आंदोलन में सभी कामगारों को शामिल होने का आह्वान नागपूर जनरल वर्कर्स यूनियन के सचिव भाई. जम्मू आनंद ने किया.