मुस्लिम समाज को गुमराह करने का खेल रहे सत्ताधारी – अशोक(गप्पू) गुप्ता
गोंदिया
जिन सत्ताधारियों को अपने एक दशक के दो कार्यकाल में मुस्लिम समाज के लोगों का दुःख-दर्द सुनने का, उनके समस्याओं को पूरा करने का ख्याल नहीं आया, आज वही लोग समाज के गट्टावोट हासिल करने के लिए मुस्लिम समाज को गुमराह करने का कार्य कर रहे है. मुस्लिम समाज के लोग कई वर्षो से समाज के शादिखाने और समाज भवन के लिए इन जनप्रतिनिधियों से फ़रियाद कर चुके है फिर भी इन्होंने समाज को सिर्फ लॉलिपोप थमाने कार्य किया। आज जब देश से कांग्रेस की सत्ता का सुपड़ा साफ हो गया और मुस्लिम समाज ने अपना रुख अन्य दलों की ओर कर दिया तो वहीं कांग्रेसी अब समाज को दोबारा रिझाने के लिए उन्हें गुमराह करने का कार्य कर रहे है.
अशोक(गप्पू) गुप्ता ने समाज के लोगों से चर्चा के दौरान कहा की जिस मुस्लिम समाज भवन की मंजूरी मिलने का डंका सत्ताधारी बजा रहे है. असल में वों समाज भवन विशेषकर मुस्लिम समाज के लिए नहीं लाया गया है. अपितु वह अल्पसंख्यक समाज के लिए राज्य सरकार के सामाजिक न्याय और विशेष सहायक विभाग से शासन निर्णय क्रमांक दवसु-2014 प्र.क्र.84/अजाक-1 के नाम पर मंजूरी कर नगर परिषद के सुपुर्द कर दी गयी है. नगर परिषद को सुपुर्द करना यानि जो भवन बनेगा उसकी चाबी नगर परिषद के पास होगी और उसे अल्पसंख्यक समाज के सभी वर्गों के लिए उपयोग में लाया जायेगा.
अशोक गप्पू गुप्ता ने बताया की स्थानीय जनप्रतिनिधी ये दर्शाने की कोशिश कर रहे है की ये समाज भवन विशेषकर मुस्लिम समाज के लिए मंजूर कराया गया है जबकि हकीकत यह है की इस समाज भवन के माध्यम से मुस्लिम समाज को गुमराह करने का कार्य किया जा रहा है. जो जनप्रतिनिधी समाज को अंधेरे में रखकर उनके प्रति हमदर्दी दिखा रहे है, वह सिर्फ आगामी चुनाव को ताक पर रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे है. ऐसा जनप्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने सावधान रहना चाहिए.