यवतमाल । जिला पुलिस प्रशासन ने कुख्यात प्रवीण दिवटे समेत तीन पर मोक्का लगाया है. जिससे अपराध जगत में खलबली मची है. जेल से छुटे आरोपी गुंठा उर्फ़ गौरव राउत का पिंपलगांव से अपहरण कर उसकी हत्या कर डिजेल ड़ालकर उसका शव जलाने की घटना 21 जुन 2014 को घटी थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मामलें में फरारी प्रवीण दिवटे इस हत्या का मास्टर माईंड था. दिवटे के साथ जिन दो लोगों पर मोक्का लगाया है. उनमें विक्की उर्फ़ मंगेश किनाके, हाजी सरवर पठान (नकोडा नाका, घुगुस, चंद्रपुर) शामिल है. इस मामले में शामिल 11 आरोपियों को पहलेही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उनमें अशोक येसने, निलेश कोयरे, सागर भुते, सागर भुते, आकाश धनाडे, बजरंग सोलंकी, आनंद उर्फ़ गोलु पारधी, सतीश चौधरी, तुलसी वाघमारे निवासी ग्राम मंजुरी, तहसील लांजी जिला बालाघाट आरिफ शफीक शहा, अक्षय गुंजाल, मनीष यादव का समावेश है. इस हत्याकांड में प्रयोग की गयी स्चोर्पियो पहले ही जब्त की चुकी है.
आरोपियों पर मोक्का लगाये ऐसी मांग जाँच अधिकारी ने एसपी संजय दराडे के माध्यम से अमरावती के विशेष पुलिस महानिरीक्षक को भेंजी थी. मंजुरी मिलते ही मोक्का लगाया गया है. इसकी जाँच पांढरकवडा एसडीपीओ महाजन को सौंपी गयी है. फिलहाल महाजन पार्डी नक्सरी की पत्थर फेंकने की घटना में घायल होकर अस्पताल में भर्ती है. चुनावी डयुटी के समय यह घटना घटी थी.
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