जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
यवतमाल। चारगांव ने जाली ग्रामसभा लेकर 4 शराब दुकानों को मंजूरी देने की शिकायत जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल को मिलते ही उन्होंने इस मामले में जांच के निर्देश दिए है. सरपंच और सचिव ने पैसे लेकर यह नाहरकत प्रमाणपत्र इन दुकानों के लिए दिए थे.
जिससे इन लोगों के खिलाफ फौजदारी गुनाह दर्ज करने की मांग भी गाव के लोगों ने की है. वणी के चारगाव में अमरावती के सतिश हरवाणी, वणी के योगेश लालवाणी, अनिता बालगोणेवार, और सीमा बालगोणेवार के नाम से चिल्लर देशी शराब बिक्री का दुकान शुरू करने के लिए जनवरी 2014 या उससे पहले हुई ग्रामसभा में प्रस्ताव मंजूर किया गया और नाहरकत प्रमाणपत्र दिया गया. इसकी जानकारी ग्रामवासियों को मिलते ही ग्रामसभा कब हुई थी, यह बात सरपंच और सचिव को पूछने पर उन्होंने टालमटोल के जवाब दिए. इतना ही नहीं तो गाववालों को शिकायत न करने के बदले लालच भी दिया गया. कुछ लोगों को कोरे रजिष्टर पर हस्ताक्षर और अंगूठे लगाने के लिए कहा गया. यह सब बातें शिकायत में लिखी गई है. इन चारों शराब दुकानों को दिया गया नाहरकत प्रमाणपत्र रद्द करने की मांग गावासियों ने जिलाधिकारी के पास की है. शिकायत देनेवालों में रेखा आसुटकर, शोभा जेवुरकार, लिला लांडे, मिरा ठावरी, मंगला ठावरी, अंजना गोरे, मिरा मिलमिले, सुनीता वालकांडे, सुंदरा आसुटकर, सुगंधा गुप्ता, नजमा शेख, नजराना शेख, शोभा वानकोड़े शामिल है.