- प्रतिदिन हो रही छेड़-छाड़, डर की वजह से नहीं की जाती शिकायत
- रेलवे विभाग को ध्यान देने की जरुरत
गोंदिया। रेलवे का सफर, सस्ता और सुरक्षित कहा जाता है. रेलवे में यात्रा करने में समय की बचत भी होती है. परंतु गोंदिया स्टेशन से प्रतिदिन सुबह और श्याम के दौरान चलने वाली गोंदिया-चांदाफोर्ट ट्रेनों में युवकों द्वारा काफी अश्लीलता फैलाई जा रही है. महिलाएं डर की वजह से उनके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करा पा रही है.
गौरतलब है कि भारत देश में रेलवे की यात्रा सुरक्षित मानी जाती है. इसके बाउजूद ट्रेनों में निरंतर छेड़-छाड़, चोरी के मामलें सामने आते ही रहते है. गोंदिया से चलने वाली ट्रेन में असामाजिक तत्वों द्वारा अश्लीलता फैलाई जा रही थी. इस दौरान यहाँ एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था. जिससे यात्रा करने वाले लोगों तथा खासकर महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उस समय ट्रेन में चर्चा चल रही थी की ट्रेन में एक भी पुलिस कर्मी मौजुद नहीं है तो यह कैसी रेलवे की सुरक्षा है.
इसके अलावा इसी ट्रेन में चोरियों की घटनाये भी अधिक ही घटित होती रहती है. पुलिस कर्मियों को इस ट्रेन में लगातार गश्त लगाने की जरुरत है. अन्यथा किसी भी समय गंभीर घटना घटने समय नही लगेंगा। इतना ही नहीं तो गोंदिया से चलने वाली सभी ट्रेनों में असामाजिक तत्वों द्वारा अश्लीलता फैलाई जाती है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उनके द्वारा रेलवे यात्री को गालियां दी जाती है. विरोध करने पर उनके साथ हाथापाई भी की जाती है. यात्रीयों में रोष था की इस बारे में रेलवे प्रशासन को सभी जानकारी है, इसके बाउजूद प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है.
25 नवंबर को रात के दौरान गोंदिया आने वाली ट्रेन चांदाफोर्ट-गोंदिया लेट चल रही थी. जिसका लाभ असामाजिक तत्वों ने लिया। उनके द्वारा यात्रियों को गालियां दी जा रही थी. वहीं कुछ कालेज के विद्यार्थी भी ट्रेन के डिब्बे में शोरगुल कर रहे थे. ऐसे में पुलिस कर्मी की गैर मौजूदगी से उन्हें और अधिक बल मिल रहा था. नागरिकों ने इस ट्रेन में पुलिस कर्मी तैनात रखने की मांग की है. जिससें असामाजिक तत्वों पर अंकुश लग सके.
अब तक हो चुकी है अनेक घटनाये
गोंदिया चांदाफोर्ट-बल्लारशाह रेलवे मार्ग 250 कि.मी.का है. यह रेल मार्ग करीब 20 से 25 ग्रामों से होकर जाता है. लेकिन रेलवे मार्ग पर स्थित ग्रामों पर सुरक्षा के दृष्टी से रेलवे चौकी और अन्य पुख्ता बंदोबस्त रेलवे विभाग द्वारा नहीं किये गए है. जिसके कारण गोंदिया-चांदाफोर्ट रेलवे मार्ग पार करते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों को इस बात का भय लगा रहता कहीं वे या फिर उनके मवेशी ट्रेन के चपेटे में ना आये. ग्रामीणों का कहना है की रेलवे विभाग द्वारा इस मार्ग पर सुरक्षा दृष्टी से पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। इससे यहाँ लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है.
गौरतलब है की गोंदिया से चांदाफोर्ट-बल्लारशाह जानेवाली ट्रेनों में गडचिरोली भंडारा,चंद्रपुर और गोंदिया जिले के सैकड़ों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते है. जिसके कारण 250 कि.मी. रेलवे मार्ग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस रेलवे मार्ग पर गनखैरा, पिंडकेपार, हिरडामाली, गोंडउमरी, खोडसिवनी,सौदड, देवलगांव, बाराभाटी, मोरगांव-अर्जुनी वडेगांव, अरुणनगर जैसे कई ग्रामों से ट्रेने प्रतिदिन गुजरती है. गोंदिया चांदाफोर्ट मार्ग पर सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा चौकी और अन्य पुख्ता इंतजाम नहीं होने से रेलवे मार्ग पार करते समय कई बार ट्रेन की चपेट में आने से मवेशी, चौपहिया वाहन चालक तथा क्षेत्रवासी दुर्घटना का शिकार बन जाते है. यह रेलवे मार्ग पर रेलवे फाटक पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से रेलवे मार्ग परिसर में रहने वाले नागरिको के लिए गले की हड्डी साबित हो रहा है. ग्रामीणों ने प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है.