- इस गांव में बाप-बेटे समेत 12 किसानों की आत्महत्या
- पैकेज समेत कर्ज माफी और उत्पादनों के दाम बढ़ाने की मांग
यवतमाल। गत 10 वर्षों में किसान आत्महत्या रोकने के लिए 20 हजार करोड़ का पैकेज दिया गया. यह पैकेज अधिकारी, ठेकेदार और राजनीतिकों ने खा लिया. जिससे पैकेज या बोनस का गाजर मत दिखाओं तो भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा के समय किए हुए वादे निभाओ, ऐसी मांग के लिए विदर्भ जनआंदोलन समिति ने आज देहली में भाजप के वचननामे की होली कर अकालग्रस्त पीडि़त किसानों की मांगों की ओर ध्यानाकर्षण करने का प्रयास विदर्भ जनआंदोलन समिति के नेता किशोर तिवारी के नेतृत्व में किया गया. स्थानीय ग्राम के किसान नेता जयकुमार चौधरी, सरपंच वासुदेव भोयर, नंदकिशोर मानकर , रामभाऊ एलादे , योगेश मानकर , अशोक बोंद्रे ,संदीप चौधरी ,बेबीताई मेश्राम ,रेखाताई बोंद्रे ,सुचिता ठाकरे , सतीश भोयर ,अमर पांडे और दीपक येरावार समेत परिसर के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए थे. इस ग्राम के बाप-बेटे समेत 12 किसानों ने आत्महत्या की है, इसलिए इस गांव को ही चुना गया था.
इस आंदोलन में प्रति किसान को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपए का अनुदान, कर्जमाफी कर नया फसल कर्ज दें, किसान और किसान मजदूरों को अंत्योदय योजना का लाभ दें, सभी किसानों को रोगायो योजना से 100 दिन काम मिले, इन लोगों के नि:शुल्क स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा तथा उनके कन्याओं के ब्याह के लिए अनुदान दें आदि मांगें फिर से सरकार तक पहुंचायी. अकालग्रस्त किसानों की यह मांगें पूर्ण नहीं हुई तो यह आत्महत्या का सिलसिला थमने की बजाए और बढ़ेगा, ऐसा भी तिवारी ने कहा है. किसानों को युती सरकार ने केंद्र एवं राज्य में सत्ताप्राप्ति के लिए किया हुआ वादा पूर्ण करने का समय आ गया है, ऐसा भी किसान नेता किशोर तिवारी ने कहा है.