इरव्हा (टेकरी) (चंद्रपुर)। नागभीड़ पुलिस स्टेशन अंतर्गत आनेवाले मौजा पान्होली (मेंढा) के एक व्यक्ति की 1 जनवरी को गोसेखुर्द नहर में लाश मिली. जिससें उसकी मौत का रहस्य निर्माण हुआ है.
जानकारी के अनुसार पान्होली (मेंढा) के विजय हिरामण खानखुरे (32) पालतू जानवर खरीदने वाले व्यापारियों के जानवर लाने ले जाने का कार्य करता था. इससे ही उसका परिवार का गुजारा होता था. 28 दिसंबर को ब्रम्हपुरी में बैलों का बाजार था. रोज की तरह नागभीड़ के व्यापारी के भैसों को विजय लेकर आ रहा था. एक-दो भैंसे गुम गई ऐसी जानकारी उसने 29 दिसंबर को व्यापारी को दी. उसी दिन भैसों को ढूंढने के लिए जा रहे विजय के घर पर व्यापारी सुबह 8:00 बजे आ गया. विजय को गालीगलौच देकर मारपीट की. वही जान से मारने की धमकी देने से विजय ससुराल मौशी और दूसरी जगह भैसों को ढूंढने के लिए निकल पड़ा. दो-चार दिनों बाद गोसेखुर्द नहर के समीप विजय की चप्पल, मोबाइल और सायकल कुछ किसानों को दिखाई पड़ी. विजय की पहचान होने पर इस घटना की जानकारी पुलिस स्टेशन में दी गई. नहर में पानी ज्यादा होने से गोताखोरों को बुलाया गया. लाश को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
विजय ने चप्पल, मोबाइल, कपडे और सायकल बाहर क्यू निकालकर रखी? ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है. आत्महत्या जहर खाकर या फांसी लगाकर भी की जा सकती है. जिससें मौत का रहस्य बरकरार है. बूढी माँ, पत्नी और दो बेटियां ऐसा उसका परिवार है. परिवार का कर्ता-धर्ता होने से उसके परिवार पर भूखों मरने की नौबत आ गयी है. आगे की जांच पुलिस कर रही है.