बोगस राशन कार्ड पर लगेगा अंकुश
वितरण प्रणाली होगी पारदर्शक
कोराडी (नागपुर)। राज्य के ऊर्जा मंत्री और पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि राज्य के अन्न आपूर्ति वितरण व्यवस्था अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या सुनिश्चित करने के लिए और ये प्रणाली आधार कार्ड से लिंक-अप करने वाला शासन का प्रशंसनीय निर्णय है. इस निर्णय से बोगस राशन कार्ड पर अंकुश लगेगा. ये निर्णय मिल का पत्थर साबित होगा. सार्वजनिक वितरण व्यवस्था का संगणकीकरण दो हिस्सों में है. प्रथम सप्ताह में 69.79 करोड़ और दूसरे सप्ताह में 103.99 करोड़ ऐसी कुल 173.72 करोड़ संख्या रहेगी. राशन कार्ड का डाटाबेस करने के लिए राशनकार्ड धारक और परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड और बैंक खाता क्र. और मोबाइल क्र. घर-घर जाकर सर्व्हेक्षण किया जायेगा. ऐसी स्थिति में ये क्रमांक राशनकार्ड मालिक के पास उपलब्ध नही है. ये प्रकल्प कार्यान्वीत होने के बाद राशनकार्ड धारक राशन आपूर्ति योजना का लाभ उठा सकते है.
बोगस राशनकार्ड अपने आप बंद होगे, सभी जिले के जिलाधिकारी ये प्रोजेक्ट कार्यान्वीत करेंगे. जिलाधिकारियों को आधार कार्ड सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी. उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रीय सुरक्षा योजना अधिनियम-2013 के क्रियान्वय 1 फरवरी 2014 को किया था. लेकिन आघाडी सरकार ने बोगस राशनकार्ड रोकने के लिए कोई भी उपाय योजना नही बनाई थी. इस अधिनियम से केंद्र शासन से लाभार्थी चुनने के लिए राज्य शासन 2011 जनगणना आधार पर शहर के 45.34 प्रतिशत मतलब 230.45 लाख नागरिक ग्रामीण क्षेत्र के 76.32 मतलब 469.7 लाख ऐसा कुल 700.16 लाभार्थियों का चुनाव करने के लिए अंत्योदय/बीपीएल/ से भी कार्ड धारक पात्र रहेंगे. लेकिन एपीएल अंतर्गत लाभार्थियों का चुनाव करने के लिए शहर से 59,000 रु. सालाना उत्पन्न राशन कार्ड धारक पात्र माने गए थे. लेकिन इस चुनाव प्रक्रिया में अपात्र राशनकार्ड धारकों को समाविष्ट करने की आशंका थी, बोगस कार्ड पर अंकुश रखने के लिए पुराने नियम में त्रुटी रह गई थी.
सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश अनुसार 14 सितंबर 2011 को सार्वजनिक वितरण व्यवस्था का संपूर्ण संगणकीकरण करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया था. राज्य सरकार ने मंत्रिमंडल के महत्वपूर्ण बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगाई और राज्य के सभी गरीब नागरिकों को अन्न आपूर्ति लेने के लिए अच्छा निर्णय लिया है. राज्य के सभी गरीब नागरिकों में इस निर्णय से खुशी का वातावरण है.