नागपुर: राष्ट्रीय आदिम कृति समिति की ओर से बुधवार को गोलीबार चौक से अपनी मांगों को लेकर विशाल मोर्चा निकाला गया. टेकड़ी रोड पर रोके गए इस मोर्चे में शहर के साथ पूरे राज्य से आदिम, हलबा, हलबी, भोई, कहार, ढिवर समेत 33 अन्याय पीड़ित आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए. इस प्रदर्शन में हजारों की तादाद में लोग एकजुट हुए. इस दौरान 13 मांगों को सरकार के सामने रखा गया.
जिनमें 6 जुलाई 2017 और सितंबर 2017 को सर्वाच्च न्यायलय के निर्णय में अन्यायग्रस्त मूल आदिवासि अधिकारियों कर्मचारियों पर होनेवाले पूर्व निर्धारित व दूरगामी परिणामों के लिए राजनीतिक और सर्वाच्च न्यायलय के अधीन तुरंत कार्रवाई कर न्याय दी जाए. मंनेवारलू, कोकी महादेव, ठाकर, ठाकुर, तड़वी, राजगोंड इन 6 आदिवासी जनजाति पर जाति वैधता प्रमाणपत्र की गैरकानूनी गठित की गई विशेष समिति रद्द को किया जाए.
साथ ही अन्य मांगों में परिवार के खून के रिश्तों के व्यक्तियों को वैधता प्रमाणपत्र देने का शासन निर्णय अनुसूचित जनजाति से अलग से लिया गया है. वह निर्णय अनुसूचित जनजाति के लिए लागू किया जाए. अनुसूचित जनजाति प्रमाणपत्र जांच समिति पर अध्यक्ष के रूप में उच्च न्यायलय के सेवा निवृत्त न्यायधीशों को नियुक्त किया जाए.