नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी का अंदरुनी झगड़ा फिलहाल सुलझ गया है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर चली लंबी बैठक में समझौते को अंतिम रूप दिया गया। बैठक के बाद कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। सिसोदिया ने बताया कि कुमार विश्वास को पार्टी ने राजस्थान का प्रभारी बनाया है। उनके खिलाफ मीडिया में बयानबाजी करने वाले विधायक अमानतुल्लाह खान को पार्टी से निलंबित किये जाने की भी जानकारी दी। साथ ही यह भी कहा कि तीन सदस्यीय समिति खान की बयानबाजी की जांच करेगी।
बैठक के बाद कुमार विश्वास ने मीडिया से कहा, “ये वर्चस्व का संवाद नहीं था, हमने तय किया कि जब भी कोर्स ऑफ करेक्शन जरूरी होगा हम सहमति-असहमति के साथ बैठेंगे। बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिनके बारे में मनीष बताएंगे।” जिसके बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से कहा कि “कुमार विश्वास को राजस्थान का प्रभारी बनाया गया है ताकि उनकी राजनीतिक सक्रियता बढ़ सके।” सिसोदिया ने बताया कि आगामी राजस्थान विधान सभा चुनाव की कुमार कुमार विश्वास के हाथ में होगी। बैठक के बाद विश्वास ने कहा कि वो मुख्यमंत्री या कोई और मंत्री नहीं बनना चाहते।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुमार विश्वास ने बैठक में तीन शर्तें रखीं। ये शर्तें हैं भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं से सतत संवाद और उनकी शिकायतें सुनना तथा राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कोई भी समझौता न करना। पार्टी ने अंदरूनी कलह के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुधवार (तीन मई) को आहुत आम आदमी पार्टी की पोलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की बैठक बुलाई थी। अमानतुल्लाह खान ने पार्टी से निकाले जाने के बाद न्यूज 18 से बात करते हुए कहा कि वो अभी इस पर कुछ नहीं कहना चाहते।
दिल्ली महानगर पालिका (एमसीडी) चुनाव में आम आदमी पार्टी को भाजपा के हाथों मिली करारी हार के बाद पार्टी की अदंरूनी कलह खुलकर सामने आ गयी थी। एमसीडी चुनाव के नतीजे आने के बाद कुमार विश्वास ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अरविंद केजरीवाल चापलूसों से घर गये हैं। उसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायक और पीएसी सदस्य अमानतुल्लाह खान ने कुमार विश्वास को भाजपा और आरएसएस का एजेंट बताया था। उसके बाद अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट करके विश्वास को अपना छोटा भाई बताते हुए पार्टी के अंदरूनी किसी तरह की फूट की बात से इनकार किया था। लेकिन केजरीवाल के ट्वीट के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ।
अमानतुल्लाह खान ने सोमवार (एक मई) को बुलायी गई पीएसी की बैठक में पहुंचते ही पीएसी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद भी खान ने कहा कि वो विश्वास बीजेपी के एजेंट हैं। सोमवार को पीएसी की बैठक में विश्वास नहीं पहुंचे थे। सोमवार से बुधवार के बीच केजरीवाल और मनीष सिसोदिया कुमार विश्वास से कई बार बातचीत कर चुके हैं। बुधवार को पीएसी की बैठक से पहले कुमार विश्वास ने कहा कि अमानतुल्लाह केवल मुखौटा हैं। विश्वास लगातार खान को पार्टी से निकाले जाने की मांग कर रहे थे जो बुधवार को पूरी हो गयी।