नागपुर। ‘समृद्धि’ महामार्ग में प्रवेश करने के बाद यदि वाहन समय से पहले गंतव्य स्थान पर पहुंच जाता है तो परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार के अनुसार सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमएसआरडीसी) की स्वचालित प्रणाली के कारण संबंधित वाहन पर जुर्माना लगाया जाएगा और उसके चालक को अनिवार्य रूप से सड़क सुरक्षा परामर्श दिया जाएगा। उन्होंने हल ही में नागपुर में आरटीओ कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर बोलते हुए भीमनवार ने आगे कहा कि समृद्धि हाईवे पर नौ सौ से अधिक छोटे-बड़े हादसे हुए हैं.
इनमें से 22 जानलेवा हादसों में 40 लोगों की मौत हो गई। मौतों में से, 22.72 प्रतिशत दुर्घटनाएं टायर फटने के कारण हुईं, 27.27 प्रतिशत दुर्घटनाएं पीछे से टकराने से हुईं, और 18.18 प्रतिशत दुर्घटनाएं चालक के उनींदापन के कारण हुईं। समृद्धि महामार्ग पर 9.09 प्रतिशत तेज रफ्तार और अन्य कारणों से घातक दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। यहां हादसों पर काबू पाने के लिए परिवहन विभाग ने कई उपाय किए हैं। इसका सकारात्मक लाभ देखने को मिल रहा है। मार्च 2023 में 17 घातक दुर्घटनाओं की तुलना में अप्रैल 2023 में 9 घातक दुर्घटनाएं हुईं। दुर्घटना दर को और कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग ने अब महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमएसआरडीसी) के ऑटोमेटेड व्हीकल मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद लेने का फैसला किया है।
इसके मुताबिक अगर कोई वाहन किसी सड़क पर समृद्धि की यात्रा शुरू करता है तो देखा जाएगा कि उसे अन्य जगहों पर पहुंचने में कितना समय लगेगा। इस मार्ग पर कारों की गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा, ट्रकों के लिए 80 किमी प्रति घंटा, बसों के लिए 100 किमी प्रति घंटा और टैंकरों के लिए 60 किमी प्रति घंटा है।
इसके अनुसार यदि वाहन इस गति से कम गति में गंतव्य तक पहुंच जाता है तो उसकी गति अधिक होने के कारण रोड स्टेशन का गेट नहीं खुलेगा। इसलिए यहां अधिकारियों को अलर्ट करने के लिए एक खास सायरन बजाया जाएगा। इसलिए इस वाहन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, यहां के परामर्श केंद्र में वाहन चालक को अनिवार्य रूप से करीब 30 मिनट तक सड़क सुरक्षा के बारे में समझाइश दी जाएगी। भीमनवार ने यह भी कहा कि यहां चालक से शपथ पत्र लिया जाएगा। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि समृद्धि पर सफर करने वाले वाहन चालकों का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट होगा कि वे लेन में गाड़ी चला रहे हैं या नहीं और अन्य जांच की जाएगी।
यहां नागपुर ग्रामीण क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विजय चव्हाण और नगर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रवींद्र भुयार मौजूद थे। समृद्धि महामार्ग में प्रवेश कर समय से पहले अपने गंतव्य पर पहुंचने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई सोमवार से शुरू हो गई है। जालना से निकली एक गाड़ी आधा घंटे पहले नागपुर पहुंची। नागपुर ग्रामीण आरटीओ की टीम ने वाहन को रोका और तेज गति के लिए उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की। साथ ही चालक को आधे घंटे तक रोक कर सड़क सुरक्षा की समझाइश दी।
‘स्पीड गन’ के साथ-साथ ऑटोमेटेड टेक्नोलॉजी की ली जाएगी मदद
तेज गति से वाहन चलाने वालों को ‘स्पीड गन’ में दर्ज किया जाता है और संबंधित व्यक्ति को नोटिस भेजा जाता है। वहीं, अब ऑटोमैटिक तकनीक की मदद से समृद्धि हाईवे पर चलने वाले वाहन समय से पहले पहुंचने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। साथ ही चालक को आधा घंटे रोककर काउंसलिंग की जा रही है। हादसों को रोकने के लिए गति सीमा का पालन करना बेहद ज़रूरी है।