नागपूर – कोरोना की इस महामारी के बीच बुधवार 29 अप्रैल को एक दुखद खबर बॉलीवुड से सामने आयी है. महान कलाकार और एक्टर इरफ़ान खान का देहांत हो गया है. उनके निधन के बाद उनके चाहनेवाले काफी दुखी है. 53 साल की उम्र में वे सभी को छोड़कर चले गए. पानसिंग तोमर, मकबूल, हासिल जैसी फिल्मो में उनके उम्दा अभिनय को भला कोई कैसे भुला सकता है. इरफ़ान ने हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया था.
90 के दशक में दूरदर्शन पर चंद्रकांता सीरियल आता था. जिसमे इरफ़ान ने बदरीनाथ का किरदार निभाया था. इस पूरे सीरियल में कई पात्र थे. जो लोगों को काफी पसंद थे. उनमे से ही बदरीनाथ का किरदार आज भी लोगों के जहन में है.
पानसिंग तोमर फिल्म में जिस सहजता से इरफान ने अपनी भूमिका निभाई है, उसे हर किसी ने पसंद किया .शायद ही यह रोल और कोई ओर कर सकता था. इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था. किसी को भी उम्मीद नहीं थी की एक सीरियल में बदरीनाथ की भूमिका निभानेवाला यह कलाकार एक दिन बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का एक्टिंग का इंस्टिट्यूट बन जाएगा.
वर्ष 2000 और उसके कुछ वर्ष बाद भी इरफ़ान फिल्मो में छोटे मोटे रोल में दिखाई दिए, लेकिन इन फिल्मो की ख़ास बात यह थी की इसमें भले ही हीरो की ज्यादा चर्चा न हुई हो. लेकिन इरफ़ान की अदाकारी की काफी वाहवाही हुई. हिंदी मीडियम फिल्म को भी काफी पसंद किया गया और इसके साथ इस साल आयी अंग्रेजी मीडियम फिल्म जो लॉकडाउन से पहले आयी थी. यह उनकी आखरी फिल्म थी. उसे भी काफी पसंद किया गया था.
2010 के बाद इरफ़ान को सभी पसंद करने लगे. उन्होंने विभिन्न रोल किए. जो कभी भी भुलाएं नहीं जा सकते. यह कहना गलत नहीं होगा की बॉलीवुड में हीरो तो सैकड़ों है, लेकिन इरफ़ान जैसे एक्टर कम ही है. जो अपनी अदाकारी से फिल्मों का महत्व बढ़ा देते थे. यह महान कलाकार आज हमारे बीच भले ही न हो. लेकिन इरफ़ान की फिल्में हमेशा उनकी याद दिलाएगी .