- कल गुरुवार को १५ गाड़ी की थी ज़ब्त, ३ छोड़ी
- आज फिर से गुजारिश पत्र लिखेगी मनपा
Ravindra Kumbhare (File Pic)
नागपुर: नागपुर महानगरपालिका का चुनाव फरवरी में होने वाला है, इस चुनाव प्रक्रिया के लिए राज्य सरकार अपने अधीन विविध विभागों के वाहन लेकर अपने काम निकालती है। लेकिन इस चुनाव के लिए नागपुर स्थित विभिन्न शासकीय विभाग द्वारा सहयोग नहीं किए जाने से महानगर पालिका का चुनाव प्रभावित हो रहा है। हालाँकि अभी तक विविध शासकीय विभाग के वाहनों को ज़ब्त कर चुनाव प्रक्रिया में इस्तेमाल करने का चलन रहा है, लेकिन महानगर पालिका के अतिरिक्त आयुक्त रवीन्द्र कुंभारे ने वाहन ज़ब्ती के बजाय विविध विभागों को पत्र लिखकर वाहन देने का अनुरोध करने का तरीका अपनाने का फ़ैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि कल गुरुवार तक 15 वाहन ज़ब्त किए गए थे, जिसमें से 3 इस शर्त पर लौटा दिए गए कि उन्हें आज शुक्रवार को दोपहर बाद ये वाहन जिला परिषद कार्यालय में जमा कराए जाएंगे। कल छोड़े गए वाहनों में जिला परिषद के महिला व बालकल्याण सभापति और कृषि सभापति के वाहन का समावेश है।
मनपा के अतिरिक्त आयुक्त रवीन्द्र कुंभारे ने आज फिर से जिला परिषद तथा अन्य स्थानीय निकाय के आला अहिकारियों को पत्र लिखकर वाहन देने का अनुरोध करने का फ़ैसला किया है। कहा जा रहा है कि सभी विभागों को शासकीय वाहन अपरिहार्य रूप से देना ही होता है, ऐसे में महत्व बस समय का है। समय से वाहन मिल जाएं तो चुनाव प्रक्रिया को सुगमता से संचालित किय जा सकता है।क्योंकि इस चुनाव हेतु ५०० कर्मियों सह अधिकारियों की तैनाती आचार संहिता के अनुपालन के लिए की गयी है। बिना वाहन के यह काम भी प्रभावित है। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त ने 150 वाहनों की जरूरत दर्शायी है। जिसमें से 70 कार और 80 जीप की जरुरत है। अतिरिक्त आयुक्त ने सख्ती से कहा है कि स्वयं स्फूर्त वाहन जमा कराने वाले विभागों के ही ड्राइवरों को मनपा के चुनाव निधि से भत्ता एवं दैनिक खर्च दिया जाएगा।