नागपुर: मनपा नागपुर में चुंगी और फिर एलबीटी खत्म होने के बाद से मनपा कर्मियों का मासिक वेतन अड़चन में आ गया। 50-50 दिन बाद वेतन मिलने लगे। नए मनपा आयुक्त को नागपुर मनपा का चार्ज संभालते ही अश्विन मुद्गल ने दिए गए वचनपुर्ति करते हुए मई पेड जून का वेतन 1 जून को देकर इतिहास रच दिया। 12 साल बाद उक्त सफलता को लेकर कर्मियों ने मनपा आयुक्त और मनपा के वित्त मंत्री संदीप जाधव का सत्कार आज 2 जून 2017 को किया गया। इस मामले का सर्वप्रथम नागपुर टुडे ने मनपा आयुक्त अश्विन मुद्गल का ध्यानाकर्षण करवाया था।
ज्ञात हो कि मनपा कर्मियों ने अप्रैल पेड मई का वेतन 27 मई को लिया था।और 4 दिन बाद 1 जून को मई पेड जून के वेतन सभी कर्मियों के खाते में जमा कर दिया गया। इसकी सूचना मिलते ही सभी कर्मियों में हर्ष की लहर दौड़ गई।पिछले 12 साल से कर्मियों को विभिन्न कारणों के तहत 40 से 50 दिन बाद वेतन दिया जाता था। कर्मचारी वर्ग लेटलतीफी वेतन मिलने से कर्ज बाजारी में डूबते जा रहे थे। मनपा में ही दर्जनों कर्मी भारी व्याज पर मनपा कर्मियों को पैसे देने का धंधा कर रहे है।इसकी भी जानकारी मनपा प्रशासन के अधिकारी व वित्त विभाग को है।
नए मनपा आयुक्त मुद्गल ने जिस दिन नागपुर मनपा का चार्ज संभाला उस दिन उन्हें 2 ही मुद्दों पर ध्यानाकर्षण करवाया गया कि कर्मचारियों का वेतन वक़्त पर याने माह की पहली तारीख से लेकर 5 तारीख के मध्य दिया जाए। इस आव्हान को स्वीकार करते ही जून माह से मांग के अनुरूप देकर उनका कर्मियों का दिल जीत लिया। अब प्रशासन को कर्मियों से कड़ाई से काम लेने में कोई अड़चन नही आएंगी। 2 जून को मनपा कर्मियों ने मनपा आयुक्त और स्थाई समिति अध्यक्ष का स्वागत-सत्कार किया।