नागपुर– शिवसेना ने अभी भी अपने सभी विधायकों को रंगशारदा होटल में रखा है. राज्य में अब लगभग सभी मुख्य दलों ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर ली है, लेकिन अभी तक किसी भी दल ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है. दरअसल किसी पार्टी के पास बहुमत का आंकड़ा मौजूद नहीं है. हालांकि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 105 विधायक हैं. सरकार बनाने के लिए 146 विधायकों के समर्थन की जरुरत है.
कांग्रेस भी अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाकर उन्हें राजस्थान की राजधानी जयपुर ले जाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह कांग्रेस के साथ-साथ शिवसेना के विधायकों को भी खरीद रही है. पार्टी ने कहा है कि बीजेपी ने एक विधायक को 50 करोड़ रुपए देने की बात कही है. महाराष्ट्र बीजेपी चुनाव प्रभारी भुपेंद्र यादव महाराष्ट्र रवाना हो गए हैं. कल भुपेंद्र यादव ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. भुपेंद्र महाराष्ट्र जाकर बीजेपी नेताओं के साथ बैठक करेंगे.बैठक में वह अमित शाह का संदेश देंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे.
भुपेंद्र यादव महाराष्ट्र कोर कमेटी की बैठक भी बुला सकते हैं.संजय राउत ने यह भी कहा है कि राज्य में जिसके पास बहुमत हो वह सरकार बना ले. लेकिन अस्मिता की लड़ाई जारी रहेगी. दिल्ली के सामने न शरद पवार झुके और न ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे.
उन्होंने कहा कि अगर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा तो यह राज्य की जनता का अपमान होगा.शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र के जनादेश का अपमान कर रही है. बीजेपी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगवाना चाहती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सामने महाराष्ट्र कभी नहीं झुका. हमने हमेशा महाराष्ट्र के स्वाभिमान की बात कही है. हम कोई समझौता नहीं करेंगे.