Published On : Thu, Dec 12th, 2019

भगतसिंह के विचारों की आज ज्यादा जरूरत अमर बलिदान कैलेंडर 2020 लोकार्पण

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नागपुर – शहीद भगतसिंह विचार मंच, नागपुर द्वारा अमर बलिदान कैलेंडर 2020 का लोकार्पण वरिष्ठ कामगार नेता कॉ. आर. एन. पाटणे, रोजगार संघ के संस्थापक अध्यक्ष श्री संजय नाथे, वरिष्ठ पत्रकार एम.वाई.बोधनकर, डॉ. रतिलाल मिश्रा के हाथों लोकार्पण किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता शहीद भगतसिंह विचार मंच के अध्यक्ष संजय येवले पाटिल ने की.

प्रस्तावना शहीद भगतसिंह विचार मंच के सचिव गुरुप्रीत सिंह ने की. यह ऐतिहासिक कैलेंडर स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों को समर्पित किया गया है. इस कैलेंडर में जनवरी माह से दिसंबर तक हर पेज पर क्रांतिकारी घटनाओं की जानकारी दी गई है. कार्यक्रम का आयोजन सीताबर्डी स्थित हिन्दी साहित्य सम्मेलन सभागृह में किया गया था. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बैद्यनाथ आयुव्रेद के सीएमडी श्री सुरेश शर्मा अचानक दिल्ली जाने और मेजर जनरल राजेश कुंद्रा किसी अन्य जगह व्यस्त होने के कारण उपस्थित नहीं हो सके. दोनों ने भगतसिंह विचार मंच को अपनी शुभकामनाएं भेजी.

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लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कामगार नेता कॉ. आर.एन. पाटणे ने मौजूदा हालातों पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि आज भगतसिंह के विचारों की बहुत ज्यादा जरूरत है. सरकार जनविरोधी कामगार विरोधी नीतियों को बढ़ावा दे रही है. सत्ताधारी इतिहास को तोड़मरोड़कर झूठा इतिहास परोसने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे वक्त में शहीद भगतसिंह विचार मंच का कार्य अत्यंत सराहनीय है.

रोजगार संघ के संस्थापक अध्यक्ष संजय नाथे ने कहा कि मौजूदा दौर में सत्ता पर विराजमान लोग झूठा इतिहास गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे दौर में शहीद भगतसिंह विचार मंच क्रांतिकारी बलिदान कैलेंडर के जरिए क्रांतिकारियों के विचार और सही इतिहास जनता के सामने लाने का प्रयास कर रहा है. इसकी जितनी सराहना की जाए कम है. श्री नाथे ने रोजगार संघ की ओर से शहीद भगतसिंह मंच को ऐसे कामों के लिए हरसंभव सहयोग का वादा किया.

अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री संजय येवले पाटिल ने कहा कि आज जातिवाद और धर्मवाद को बढ़ावा देते हुए समाज में आपसी द्वेष का जहर घोला जा रहा है. क्रांतिकारियों ने आजादी आंदोलन के दौरान अंग्रेजों की इस तरह की कोशिशों का कड़ा विरोध किया था. आजादी के आंदोलन के दौरान अंग्रेजी सरकार आंदोलनकारियों को फांसी और अन्य सजाएं देती थी. आज हालात इस कदर बदतर हो गए हैं कि अन्नदाता किसान स्वयं ही फांसी लगा रहा है. सभी वक्ताओं ने कैलेंडर में दी गई जानकारी और डिजाइन की जमकर प्रशंसा की.

प्रास्ताविक भाषण में श्री गुरुप्रीत सिंह ने कैलेंडर के हर पन्ने की जानकारी देते कहा कि इस बार हमने महिला क्रांतिकारियों को भी स्थान दिया है. उन्होंने कैलेंडर में छपे गदर पार्टी के प्रस्तावना के अंश भी पढ़कर सुनाए. कार्यक्रम का संचालन डॉ. मानवी शर्मा ने किया.

कार्यक्रम में जगजीत सिंह अरोरा, श्रीमती निर्मल कौर, हंसपाल सिंह, श्रीमती रमिंदर कौर, वरिष्ठ पत्रकार जीवंत शरण, पवन कुमार ताम्रकार, पद्माकर भानुसे, अनिल मासेट्टीवार, नीलिमा राऊत, प्रबोधन जनबंधु, दुशांत कुमार, बीपी घागरे, चंद्रहास सुटे, नानाभाऊ समर्थ सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे.

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