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नागपुर : उत्तरप्रदेश में यादव कुनबे में राज्यसभा सांसद अमर सिंह की वजह से भूचाल मचा हुआ है। खुद अमर सिंग के मुताबिक परिवार में बनी बैर की वजह वो खुद है। नागपुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुँचे अमर सिंह से पत्रकारों से बात करते हुए कहाँ की समाजवादी पार्टी में जिस बाहरी की बात की जा रही है वह वही है। वह यादव नहीं क्षत्रिय है इस लिहाज से पार्टी में बाहरी है। अखिलेश यादव से उन्हें कोई भय नहीं है है। बल्कि भाव है। इसलिए वो उन पर कुछ नहीं बोलेंगे। मुलायम यादव उनके बड़े भाई है अखिलेश मेरे भाई के पुत्र है इसलिए उन पर कुछ कहने का कोई सवाल ही नहीं है। सीएम के पिता ने बाहरी को भीतरी बना रखा है यह पिता पुत्र का प्रश्न है। मैं समाजवादी पार्टी में शामिल नहीं हुआ और न ही राज्यसभा की टिकिट मांगी थी। मुलायम से मुझे राज्यसभा भेजा। जब वो बड़ा होकर मुझे नहीं छोड़ रहे है तो मैं छोटा होकर उन्हें कैसे छोड़ दू।
भारत करे पाकिस्तान पर हमला
जम्मु कश्मीर के हालात पर बोलते हुए सिंह ने कहाँ की लातो के भूत बातो से नहीं मानते सर्जिकल स्ट्राइक की वजह से थोड़ी से लात लगने की वजह से वो तिलमिला गया है। पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख ने खुरापात करने की बात कही है। प्रधानमंत्री ने कूटनीति का रास्ता अपनाते हुए पाकिस्तान से संबंध सुधारने का प्रयास किया लेकिन उसने दग़ाबाजी की आज जरुरत है उसने जितने ठिकानो पर हमला किया है। हमें उससे चौगुना ठिकानो पर हमला करना चाहिए। पुरे देश को इस वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सेना के पीछे खड़ा रहना चाहिए। अमर सिंह जिस पार्टी से सांसद है वह पार्टी बीजेपी और मोदी की धुर विरोधी मानी जाती है। फिर भी अमर सिंह की बातों में प्रधानमंत्री के लिए कटुता दिखाई नहीं दी। नोट बंदी पर विपक्ष जहाँ सरकार को घेर रहा है वही अमर सिंह ने नोट बंदी के फैसले पर सीधे कुछ कहते हुए कहाँ की शहर की महिलाएं एटीएम का नंबर भूल चुकी है प्रधानमंत्री को इसके इस्तेमाल की ट्रेंनिग देने की व्यवस्था करनी चाहिए। महाराणा प्रताप की समाधी के निर्माण के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने का प्रयास करने की बात भी अमर सिंह ने कही।