वाशिंगटन: अमेरिकी ट्रेजरी ने भारत को उस निगरानी सूची में डाल दिया है, जिसमें ऐसे देश शामिल हैं, जिनकी विनिमय दर नीति पर उसे संदेह है। इस सूची में चीन समेत चार अन्य देश भी शामिल हैं।
अमेरिका ट्रेजरी ने शुक्रवार को कहा कि निगरानी सूची में उन देशों को शामिल गया जाता है, जो बड़े व्यापारिक साझेदार हैं और जिनकी विनिमय दर पर ध्यान देने की जरूरत है। इसमें भारत को जोड़ा गया है। जबकि पिछले साल अक्तूबर में अर्ध वार्षिक रिपोर्ट के वक्त कांग्रेस ने इसमें चीन, जापान, जर्मनी, कोरिया और स्विट्जरलैंड शामिल किए थे।
अमेरिका दो रिपोर्ट तक इस सूची में देशों को रखता है, जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि देशों के प्रदर्शन में सुधार अस्थाई नहीं बल्कि स्थाई कारणों से है।
हालांकि अमेरिका का कहना है कि उन्हें कोई बड़ा व्यापारिक साझेदारी देश नहीं मिला है, जिसने अपनी मुद्रा से छेड़छाड़ की है, लेकिन दो अन्य मानकों के कारण पांच अन्य देश इस सूची में शामिल हैं। वहीं चीन को इस सूची में इसलिए डाला गया है क्योंकि अमेरिका के व्यापार घाटे में उसका बड़ा हिस्सा है।
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्टीवन नूचिन ने कहा कि सरकार इस व्यापार घाटे के सुधार के लिए काम करेगी। अनुचित मुद्रा नीतियों पर नजर रखेगी जाएगी और उनसे निपटा जाएगा।