बाइकिंग जगत में भारत की झोली में पहला नाम
नागपुर: नागपुर के डेयरडेविल राइडर अमोल वडीखाये और अमरावती से अजीत ठाकुर अपनी सुपर बाइक बीएमडब्ल्यू जीएसए आर 1200 मोटरसाइकिल पर सफलतापूर्वक “आयरन बट “ का ख़िताब अर्जित कर चुके हैं. उन्होंने “आयरन बट एसोसिएशन” , जो दुनिया के सबसे कठिन बाइक सवार हैं उसमें अपना नाम दर्ज किया है. अमेरिकन एसोसिएशन लंबी दूरी की बाइक सवारी को बढ़ावा देता है और कई सहनशक्ति-परीक्षण सवारी खेलता है और सवार की ताकत, सहिष्णुता, धैर्य और अप्रिय सवारी परिस्थितियों को सहन करने की क्षमता को आजमाता है. यह भारतीय सड़कों की स्थिति, यातायात, मौसम, दिमाग, नींद, शरीर और बाइक पर नियंत्रण की चुनौती की पूर्ण संयम तथा धीरज की चुनौती है.
उन्होंने जिन दो चुनौतियों का प्रयास किया है वे हैं “बन बर्नर 2500 कि.मी.“ सवारी चुनौती जिसे 36 घंटों में पूरा करना है, इन बहादुर दिलों ने लगातार 35 घंटों की सवारी में पूरा किया है. आईबीए जोर देता है कि समय से उनका मतलब घड़ी के 24 घंटों से है, ना कि सवारी के समय से. उनकी दूसरी सवार चुनौती “24 घंटों में 1610 किमी की सैडल सोअर” चुनौती है और इन हार्ड कोर सवारों ने इसे 22 घंटों में पूरा किया है.
मार्ग की योजना और समय प्रबंधन अच्छी आयरन बट की सवारी के लिए महत्वपूर्ण है. आधिकारिक रूप से स्वीकृत “बन बर्नर और सैडल सोर” की क्रेडिट प्राप्त करने के लिए, उन्होंने एक प्रारंभिक गवाह और एक अंतिम गवाह प्राप्त किया, एक लॉग बुक भरना और पेट्रोल स्टेशन रसीदों के साथ अपने मार्ग का नक्शा जमा किया.
राइडर्स ने सभी सवारी नियमों का पालन किया है और समय से पहले अपनी सवारी पूरी करने के लिए तेजी से बाइक चलाकर जीवन का जोखिम नहीं लिया है. 25 नवंबर 2018 को उन्होंने नागपुर से शुरू करते हुए बैतुल – नागपुर – हैदराबाद से अनंतपुर – बंगलौर तक और तुरंत 26 नवंबर 2018 को उसी मार्ग से वापिस होकर नागपुर पहुंचे और उनकी सवारी और मार्ग आयरन बट एसोसिएशन के सदस्यों ने सफलतापूर्वक स्वीकार और ट्रैक किया.
अमोल वडीखाये जो एक उत्साही हार्ले बाइक राइडर भी हैं ने अक्टूबर 2018 में केवल 28 दिनों में 7 असाधारण सवारी चुनौतियों को भी हासिल किया है.
भारत के 7 वन्डर्स,21 राज्य / संघ राज्य क्षेत्र,भारत के गोल्डन क्वाड्रील्याट्रल,कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के 21 हार्ले डेविडसन शोरूम का दौरा, भारत के 4 डिवाईन कॉर्नर्स , एक ही बार में 14,020 किमी की लंबी सवारी निरंतर 28 दिनों के सफर मे पूरी किया है. अब तक इन चुनौतियों को लगातार एक सवारी में भारत में किसी भी सवार द्वारा कवर नहीं किया गया है.