किया आत्मसमर्पण
धारणी (अमरावती)। बाघ व अन्य जंगली जानवरों के शिकार मामले में लंबे अरसे से मोस्ट वांटेड गिरोह को फारेस्ट ने फिल्मी स्टाइल जाल बिछाया. जिससे विवश हुये 3 शिकारियों ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया. इन आरोपियों में शामलाल शिकारी धांडे (45), सुभाष शिकारी धांडे(42) व शोभाराम पुण्या धांडे का समावेश है. तीनों को 8 दिन की फारेस्ट कस्टडी में भेजा गया है. तहसील के हीरा बंबई गांव में शिकारियों द्वारा ट्रैप लगाक र अत्यंत कु्ररता से बाघ व अन्य कई जंगली पशुओं की हत्या किए जाने के मामले में वन विभाग युध्दस्तर पर आरोपियों की तलाश में जुटा था.
कई दिनों तक खेतों में पहरा
खोज अभियान में वन विभाग ने लगभग 50 दिनों तक पूरी तहसील व आस पास के इलाकों की खाक छान ली, लेकिन आरोपी अधिकारियों को छकाते रहे. आखिर में पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे लिए नए सिरे से योजना बनाई. जिसके तहत गांववासियों के साथ मिलकर मोर्चाबंदी की गई. बारिश के दिनों में आदिवासी किसान खेत में बुआई के लिए आते है. इसी बात का फायदा उठाकर पुलिस ने हीराबंबई स्थित तीनों आरोपियों के खेतों के पास पहरा लगवा दिया.
गांववासियों ने दिया साथ
इतना ही नहीं तो गांव वालों से भी इनके आने पर सूचित करने कहा गया. जिस पर गांववालों ने वन विभाग का साथ दिया. इस तरह आरोपी जब भी खेत में आने की कोशिश करते गांव ावालों की सतर्क नजरें और वन विभाग के पहरे से उन्हें फिर लौटना पड़ता. घर, खेत और गांव से बेदखल होने की हालत में भागते भागते थक कर इन आरोपियों ने बुधवार को वन विभाग में जाकर खुद ही समर्पण कर दिया. उन्हें दिवाणी व फौजदारी न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें एफसीआर में भेजा गया. अब इस मामले में कई बड़े तस्कर हाथ लगने की संभावना वन अधिकारियों द्वारा व्यक्त की जा रही है. इन घटनाओं के तार मध्यप्रेदश से जुडे होने की बात भी कही जा रही है.
बाघ व हिरन के कटे अंग मिले
अक्तुबर 2014 मेे धारणी से 40 किमी दुर स्थित हीराबंबई गांव में लोहे का पिंजरा मिलने पर बाघ की हत्या होने की बात का अंदाजा लगाते हुए सहायक वन संरक्षक भागवत, वन विभाग के रेंजर शंकर धोटे, व भुजाड़े के नेतृत्व में यह मामले की छानबीन शुरु की गई. जिसके तहत एक गुप्त सूचना पर 19 मई को पुलिस ने इस मामले में हिराबंबई निवासी धांडे के घर पर छापामार कार्यवाही की थी. तब पुलिस को वहां से बाघ की खाल, नाखून व अन्य अंग बरामद हुए थे. इसके साथ ही हिरन, नीलगाय, भेडिये जैसे पशुओं के अंग भी मिले थे. इसके बाद पुलिस ने आस पास के परिसर में रात भर खुदाई अभियान चलाया था. जिसमें कई अन्य जंगली प्राणियों के कंकाल पाए गए. पुलिस ने इन्हे जांच के लिए लिए लैब भेजा. इसीके बाद से पुलिस इन शिकारियों की तलाश में थी. 50 दिन से अधिक पुलिस ने यह सर्च अभियान चलाया. जिसे बुधवार को सफलता मिली.
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