Published On : Thu, Sep 15th, 2016

“आरटीआई कार्यकर्ता”के साये में मनपा कर्मी-अधिकारी-ठेकेदार

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NMC RTI

नागपुर: नागपुर महानगरपालिका (मनपा) में सुचना अधिकार के तहत जानकारी मांगने वालों की फ़ौज से एक तरफ रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे तो दूसरी ओर जिनकी जानकारी प्राप्त हो रही, उससे तगड़ी वसूली की जा रही है. उक्त घटनाक्रम में अप्रत्यक्ष रूप से मनपा कर्मी, अधिकारी और नगरसेवक शामिल होने की खबर से त्रस्त कर्मी/अधिकारिओं ने राज्य के मुख्यमंत्री से निजात दिलवाने की मांग की है. वहीँ सब जानकर भी मनपा प्रशासन की कान पर जूं नहीं रेंगना समझ से परे है.

मनपा में एक वर्ग ऐसा है जो बाहरी आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को आर्थिक लाभ का लालच देकर उनके नाम से मनपा में मलाईदार विभाग में बैठे अधिकारी/कर्मी के खिलाफ “कच्ची” जानकारी देकर उसके नाम से सूचना अधिकार के तहत आवेदन करवाता है. फिर कूद मध्यस्थ बन नगदी का सौदा करवाकर अपना उल्लू सीधा कर रहा है. यह कारनामा पिछले कुछ वर्षो से काफी बढ़ गया है.इस अवैध उगाही के धंधे में चुनिंदे मनपा कर्मी/अधिकारी/नगरसेवक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष से शामिल है.

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उक्त अवैध धंधे से मनपा वित्त,सामान्य प्रशासन विभाग सहित मनपा में ठेकेदारी कर रहे छोटे-बड़े ठेकेदार काफी त्रस्त है.

मनपा मुख्यालय में दर्जनों “आरटीआई कार्यकर्ता” रोज विभिन्न विभागों में सहल करते दिखाई देंगे।इनके मुख्य सूत्रधार मनपा कर्मी/अधिकारी होते है. इनके नाम की दहशत उक्त अधिकारी/कर्मी बनाता है. विभागों में इनकी सेवा “विविआईपी” की तरह होती है.इनकी तूती अधिकारी/पदाधिकारी के समक्ष ऐसी बोलती है जैसे खुद को अन्ना हजारे से कम नहीं समझते है. लेकिन यह कड़वा सत्य है कि अपना घर खर्च और खुद का खर्च “आरटीआई” के आवेदन के सहारे वसूलने वाले धन से चला रहे है.

मनपा में उक्त अवैध धंधे से त्रस्त मनपा कर्मी/अधिकारी/ठेकेदार आदि ने अनगिनत बार मनपा प्रशासन के दिग्गज अधिकारियों से की लेकिन इस सम्बन्ध में कोई कड़क कदम नहीं उठाये गए. तो दूसरी ओर “आरटीआई” के तहत मांगी गई जानकारी को संकलन कर संबंधितों तक पहुँचाना भी एक जिम्मा हो गया है,इसके लिए सभी विभागों में २-३ कर्मी/अधिकारी व्यस्त है, लाजमी है कि इससे उन अधिकारी/कर्मियों के जिम्मे का मूल काम प्रभावित हो रहा है.

उक्त त्रस्त कर्मी/अधिकारी/ठेकेदारों ने मुख्यमंत्री सह मनपा आयुक्त से मांग की है कि “आरटीआई” के नाम पर मनपा में मची लूट से बचाये एवं मनपा में “आरटीआई” के तहत मांगी गई जानकारी प्राप्त करने वालों का भी उद्देश्य मनपा प्रशासन सूचीबद्ध करे और मनपा मुख्यालय में विचरण कर विभागों के काम प्रभावित करने वाले बाहरी व्यक्तियों पर रोक लगाए. अन्यथा मनपा को एक “आरटीआई ” के नाम पर एक और लाइलाज बीमारी से मुक्त करवाना कठिन हो जायेगा.

 

– राजीव रंजन कुशवाहा

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