पर्यावरण हितैषी तरीके से विसर्जन के लिए मनपा प्रतिबद्ध
महापौर ने व्यवस्थाओं के निरीक्षण के दौरान कहा
नागपुर: रविवार को नागपुर में बड़े पैमाने पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। इसके लिए नागपुर महानगरपालिका की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए हर ज़ोन में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। सभी ज़ोन मिलाकर कुल 248 कृत्रिम विसर्जन तालाब बनाए गए हैं। हर ज़ोन में विसर्जन रथ की भी व्यवस्था होगी।
साथ ही भगवान गणेश की मूर्तियों को नागपुर शहर की किसी भी तालाब में विसर्जित नहीं किया जा सकता है। नागपुर महानगरपालिका प्रशासन ने तालाबों और अन्य प्रकार के जलाशयों में विसर्जन पर रोक लगा दी है। इसलिए सभी तालाबों के पास टिन की दीवारें लगा दी गई हैं। सभी तालाबों में मूर्तियों के विसर्जन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इन सभी कार्यों का निरीक्षण महापौर दयाशंकर तिवारी ने शुक्रवार को किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ स्थायी समिति के अध्यक्ष प्रकाश भोयर भी थे।
शहर में सोनेगांव तालाब, सक्करदा तालाब, नाइक तालाब, गांधीसागर और फुटाला तालाब में टीन की दीवारें खड़ी की गई हैं। महापौर ने गांधीसागर तालाब, फुटाला तालाब, सक्करदरा तालाब और सोनेगांव तालाब का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ उपायुक्त राजेश भगत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. गजेंद्र महल्ले, धरमपेठ ज़ोन के सहायक आयुक्त प्रकाश वराडे, ग्रीन विजिल फॉउंडेशन के कौस्तुभ चटर्जी और ज़ोनल स्वास्थ्य अधिकारी राम तिड़के, धर्मेंद्र पाटिल और दीनदयाल टेंभेकर उपस्थित थे।