नागपुर: संस्कृति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के माध्यम से आम जनता में खगोल विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए भारत के विभिन्न शहरों में ‘एस्ट्रो नाइट टूरिज्म’ पहल शुरू की गई है। इसके तहत विविध पर्यटन स्थलों पर आकाश दर्शन का कार्यक्रम होगा। इसकी शुरुआत बालासाहेब ठाकरे गोरेवाड़ा इंटरनेशनल जूलॉजिकल पार्क से रमन साइंस सेंटर और नागपुर के तारामंडल में हुई।
बालासाहेब ठाकरे गोरेवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, रमन विज्ञान केंद्र और तारामंडल ने गोरेवाड़ा चिड़ियाघर के पार्किंग स्लॉट में शौकिया नागरिकों के लिए आकाश देखने का कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें दो हजार से अधिक विद्यार्थियों व नागरिकों ने भाग लिया। प्रतिभागियों का मार्गदर्शन रामन विज्ञान केंद्र और तारामंडल, नागपुर के विशेषज्ञ गण चारुदत्त पुरलीवार, महेंद्र वाघ और अभिमन्यु भेलावे ने किया। कुल छह आकाश दूरबीनों की मदद से, उपस्थित लोगों ने चंद्रमा, मंगल, शुक्र, ओरियन नेबुला के नक्षत्रों का आनंद लिया। केंद्र की ओर से सुमीत नासरे, तुषार मडके, हरीश देशपांडे, पुष्पम चौरसिया, कालिदास नाकाडे, पवन दोहाले ने स्काई टेलिस्कोप सहायक की भूमिका निभाई।
महेंद्र वाघ ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों में ग्रहों, तारों और नक्षत्रों के बारे में फैली भ्रांतियों को दूर कर खगोल विज्ञान के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण का निर्माण करना है। चिड़ियाघर के निदेशक एसएस भागवत ने भाग लेने वाले नागरिकों और छात्रों का स्वागत किया और कार्यक्रम की शुरुआत की।