Published On : Sat, Jul 2nd, 2022
By Nagpur Today Nagpur News

आखिरी वक़्त पर पूर्व पालकमंत्री ने बटोरे 19 करोड़

Advertisement

– 7 विकासकार्यों का वर्चुअल भूमिपूजन भी किये

नागपुर – करीब सवा 2 साल तक नागपुर जिले के पालक मंत्री रहे नितिन राउत ने मंत्री पद जाने की पूर्व संध्या पर अपने चुनावी क्षेत्र उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र को 19 करोड़ रुपये का प्रावधान दिया. इसके साथ ही उन्होंने वर्चुअल तरीके से सात कार्यों की भूमिपूजन कर आगामी चुनाव की तैयारी भी की।

Gold Rate
19 April 2025
Gold 24 KT 95,800 /-
Gold 22 KT 89,100 /-
Silver / Kg - 96,300 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

बुधवार रात उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। सत्ता जाने का संकेत मिलते ही पालक मंत्री नितिन राउत अपने उद्देश्यपूर्ति के लिए सक्रीय हो गए थे। जब कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया जा रहा था, नितिन राउत ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लंबित फाइल को तत्काल आगे बढाकर निधि की मंजूरी दी। एक ऑनलाइन भूमि पूजन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया ताकि किसी और को श्रेय न मिले।

उन्होंने 19 करोड़ 5 लाख रुपये के कामों का भूमिपूजन किए. राउत ने दावा किया कि इससे उत्तर नागपुर का चेहरा बदल जाएगा।वितरित की गई धनराशि में विधायक निधि के लिए 15 करोड़ 79 लाख रुपये, गैर-दलित विकास कोष के लिए 60 लाख 76 हजार रुपये, दलित वस्ति विकास योजना के लिए 101 लाख 38 हजार रुपये और नागपुर सुधार प्रन्यास के लिए 4 करोड़ रुपये शामिल हैं।इसमें सीमेंट सड़कों, शौचालय ब्लॉकों के साथ-साथ जिम भवनों का निर्माण भी शामिल होगा। मार्टिननगर, मौजा नारा, कस्तूरबा नगर, जरीपटका, कल्पना नगर कलमना, शिवाजी चौक, वन देवी नगर, यशोधरानगर, महेंद्रनगर में विकास कार्य कराए जाएंगे.

उत्तर नागपुर के लोगों को पालक मंत्री नितिन राउत से काफी उम्मीदें थीं। उन्हें लोगों ने पांच साल के ब्रेक के साथ विधानसभा में भेजा था। उन्हें पहली कैबिनेट में शामिल किया गया था। ऊर्जा विभाग उन्हें दिया गया था। वहीं नागपुर के पालक मंत्री पद की अहम् जिम्मेदारी भी दी गई।बतौर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को विकास कार्यों से शहर में अपनी पहचान बनाने का मौका मिला. लेकिन ढाई साल से राउत इस मामले में असफल रहे,जिले में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं कर पाए,वे केवल अपने मंत्रालय और उत्तर नागपुर तक सिमित रहे.

Advertisement
Advertisement