बाराखोली परिसर में जरूरतमंद महिलाओं में सैनेटरी पैड वितरित
नागपुर: युवा समाजसेवी अनु भसीन ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर सजग रहें. आपकी सजगता सम्पूर्ण परिवार-परिसर के लिए हितकारी है. युवा समाजसेवी अनु भसीन के नेतृत्व वाली ‘अभी दूर चलना है’ संस्था प्रत्येक माह शहर-समाज हित में कार्यक्रम करती आ रहती है. इस बार इस संस्था ने उत्तर नागपुर के बाराखोली स्थित तक्षशिला कक्ष में नि:शुल्क सैनेटरी पैड दान कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस समूह के पदाधिकारियों के हाथों ३०० जरूरतमंदों में सैनेटरी नैपकिन पैकेट्स का वितरण किया गया. इसके साथ ही उपस्थित महिलाओं में २०० पैकेट्स चिप्स, बिस्कुट्स, १० किलो मिठाई आदि भी वितरित की गई है.
उक्त आयोजन के सफलतार्थ अनु भसीन, भूमिका प्रेमनानी, आनंद, अनिल आहूजा, भावना ज्ञानचंदानी, गुरमीत सिद्धू, दीपक चेतनानी, दिव्या रधवानी, नैंसी देवानी, रश्मि देवानी, गौरी शेलके, गीता, हरीश वासवानी, हेमा गनी, ईश कुमार, ज्योति पमनानी, करिश्मा, पूजा मोटवानी, मनप्रीत कौर, दीपा आनंदनी, महर वासवानी, किरण समर्थ, मयूर,मीणा कृपलानी, मेघा, सोनल ज्ञानचंदानी, मोहित गुप्ता, पायल सचाणी, पिंक्की, प्रीति, विकास, प्रिया, निशा, जीवक, शुभम, नीतू, मानसी, गुंजन, रजत, विशाल, विनोद, साक्षी वासवानी, रोहित, रोहन, नागेश पाटिल, प्रीत गुरनानी, किरण जीवनानी, पूजा मोरयाणी और रश्मि ने योगदान दिया.
अनाथ बच्चों में खाद्य सामग्री वितरित
उक्त संस्था ने विगत माह संस्था का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों में मदद की संकल्पना लिए संस्था की नेतृत्वकर्ता भसीन की प्रमुख उपस्थिति में वैशाली नगर स्थित कुंभारपुरा के राष्ट्रीय सेवा अनाथ आश्रम के बच्चों के लिए खाद्य सामग्री भेंट की. जिसमें आटा, चावल के पैकेट के अलावा फल का समावेश था.
पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण जरूरी
उक्त संस्था ने पर्यावरण को संतुलन रखने के उद्देश्य से गिट्टीखदान पुलिस थाने परिसर में वृक्षारोपण किया. इस अवसर पर थानेदार,सह अन्य अधिकारी वर्ग प्रमुखता से उपस्थित थे.संस्था ने १८ पौधे सह वाटर टैंक थाना प्रबंधन को भेंट दी.
अनाथ युवतियों में सिलाई मशीन भेंट
भसीन के नेतृत्व में कुंभारपुरा के राष्ट्रीय सेवा अनाथ आश्रम की युवतियों को स्वयंरोजगार करने का अवसर देकर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के उद्देश्य सिलाई मशीन भेंट की गई.साथ ही इस आश्रम की एक मरीज को स्वास्थ्य सुधार के लिए आर्थिक मदद सह दवाइयां दी गई.